विधान परिषद उपचुनाव में सपा को झटका, इस वजह से रद्द हुआ कीर्ति कोल का नामांकन

नवनिर्वाचित एमएलसी

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी विधान परिषद उपचुनाव में मंगलवार को समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। दरअसल सपा ने कीर्ति कोल को मैदान में उतारकर जनजातीय दांव खेला था, लेकिन मंगलवार को पर्चा जांच शुरू हुई तो कीर्ति कोल के नामांकन में खामियां मिलीं। जिसके बाद सपा प्रत्याशी कीर्ति कोल का पर्चा खारिज कर दिया गया है।

बताया जाता है कि कम उम्र के चलते कीर्ति कोल का नामांकन पत्र खारिज किया गया है। विधान परिषद सदस्य के निर्वाचन के लिए न्यूनतम 30 वर्ष की आयु होनी चाहिए, लेकिन समाजवादी पार्टी की विधान परिषद उम्मीदवार कीर्ति कोल ने नामांकन पत्र में अपनी उम्र 28 वर्ष दिखाई थी।

इसके चलते रिटर्निंग अफसर की तरफ से नामांकन पत्र की जांच के दौरान इसे खारिज कर दिया गया। कीर्ति कोल का नामांकन खारिज होने से भाजपा के दोनों उम्मीदवारों धर्मेंद्र सिंह और निर्मला पासवान का निर्विरोध निर्वाचित तय हो जाएगा।

यह भी पढ़ें- विधान परिषद उपचुनाव में भाजपा व सपा के तीन प्रत्‍याशियों ने दाखिल किया नामांकन

बता दें कि दो सीटों पर होने वाले विधान परिषद उपचुनाव के लिए सोमवार को ही भाजपा की तरफ से धर्मेंद्र सिंह सैंथवार और निर्मला पासवान के साथ ही सपा की तरफ से जनजातीय समाज से आने वाली कीर्ति कोल ने नामांकन पत्र दाखिल किया था।

यह भी पढ़ें- विधान परिषद उपचुनाव में सपा ने कीर्ति कोल को बनाया प्रत्याशी