आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य व शिक्षा विभाग में अधिकारी के तौर पर कई अहम पदों पर तैनात रहे वासुदेव यादव की मुश्किलें बढ़ने वालीं हैं। वासुदेव यादव के खिलाफ विजिलेंस आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआइआर दर्ज करने जा रही। प्रारंभिक जांच में यादव के खिलाफ सुबूत मिलने के बाद शासन ने विजिलेंस को इसकी अनुमति दे दी है।
शासन ने ये अनुमति यूपी सतर्कता अधिष्ठान यानी विजलेंस द्वारा वासुदेव यादव के खिलाफ जांच करके मुकदमा दर्ज करने की मांग पर दी है। वासुदेव पर आरोप है कि शिक्षा विभाग में रहते हुए उन्होंने प्रयागराज में करोड़ों की अवैध संपत्ति अर्जित की। इसमें कई कॉलेज और स्कूल भी शामिल हैं। उन्होंने अपने नौकरों व करीबियों के नाम पर ये संपत्ति अर्जित कर रखी है। उनके खिलाफ शिकायत की गई थी कि प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ, नोएडा और गाजियाबाद में भ्रष्टाचार कर सम्पत्तियां बनाई है।
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इससे पहले विजलेंस टीम को वासुदेव के खिलाफ 2017 में शिकायत मिलने के बाद शासन ने जांच करने की अनुमती दी थी, जिसमे प्रारंभिक जांच में शिकायतें सही पाई गई थी, जिसके बाद टीम को खुली जांच के आदेश दे दिया गया था। बाद में विजलेंस टीम ने अपनी पूरी जांच करने के बाद शासन को सौप दी है। साथ ही आय से अधिक मामले में उनपर मुकदमा दर्ज करने की मांग भी की थी, जिसे अब शासन ने टीम को दे दिया है।