आरयू ब्यूरो, लखनऊ। राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के प्राथमिक स्कूलों में डिजिटल हाजिरी का पहले दिन सोमवार को शिक्षकों ने विरोध किया। शिक्षकों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर कार्य किया। डिजिटल हाजिरी के विरोध में शिक्षकों का कहना है कि शिक्षक संगठन इस फैसले का पूर्ण विरोध करता है। इसलिए वह रजिस्टर पर ही हाजिरी दर्ज करायेगी। वहीं कई जगहों पर शिक्षकों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर काम किया तो कहीं पर शैक्षणिक कार्य रोककर विरोध प्रदर्शन किया। कुल मिलाकर पूरे प्रदेश मेंह शिक्षकों ने न के बराबर डिजिटल उपस्थिति दर्ज कराई है।
बेसिक विघालय उतरावां मोहनलालगंज में भी डिजिटल हाजिरी का विरोध किया गया। जिला अध्यक्ष डॉ. प्रभा कान्त मिश्रा ने परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर विरोध किया। उन्होंने सभी शिक्षकों से डिजिटल अटेंडेंस न लगाने की अपील की। उन्होंने बताया कि आज लगभग छह लाख शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया और डिजिटल हाजरी नहीं लगाई।
छह जुलाई को शिक्षक संघ की एक मीटिंग हुई जिसमें कुछ चीजें तय की गई थी। उसी के अनुरूप काम किया जा रहा है। आठ जुलाई से लेकर 14 जुलाई तक सभी शिक्षक काली पट्टी बांधकर शैक्षणिक कार्य करेंगे। वहीं 15 जुलाई को जिलाधिकारी के पास जाकर शिक्षक संघ मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगा।
वहीं कानपुर के परिषदीय स्कूलों में सोमवार सुबह शिक्षकों ने डिजिटल उपस्थिति पंजिका में हाजिरी दर्ज कराने का विरोध किया। उत्तर प्रदेश के शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर अध्यापन कार्य कराया।
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जूनियर हाईस्कूल शिक्षक महासभा की प्रांतीय संयोजक अनुग्रह त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश के सभी 29,334 गणित व विज्ञान शिक्षकों से डिजिटल हाजिरी की व्यवस्था का बहिष्कार करने का आह्वान किया गया है। सुबह 11 बजे तक मिले फीडबैक के अनुसार लगभग सभी शिक्षकों ने डिजिटल हाजिरी व्यवस्था का बहिष्कार किया है।