आरयू वेब टीम। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन की सुविधाओं में कटौती कर दी गई है। सत्येंद्र का जेल में ऐशो आराम वाला वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई कर ये सजा जेल की ओर से ही दी गई है। दरअसल इसे जेल की भाषा में पनिशमेंट कहते हैं।
आईजी द्वारा गठित कमेटी की सिफारिश पर जेल में सत्येंद्र को मिलने वाली सुविधाओं में कमी की गयी है। उनके सेल से टेबल और कुर्सी भी हटा ली गई है। समिति ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा कि अन्य कैदियों को जैन की सेल में काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा था। जेल में रिपोर्ट आने के बाद जेल प्रशासन ने सत्येंद्र जैन की सेल से सारा सामान हटवा दिया है।
इसके साथ ही जेल प्रशासन ने बैरक में बंद अन्य कैदीयो को सख्त हिदायत दी है कि जैन की कोठरी में कोई मदद के लिए नहीं जाएगा। आरोप है कि सत्येंद्र जैन ने जेल मैनुअल का उल्लंघन किया था। यह सजा कुल 15 दिन के लिए दी है। इस दौरान वह किसी से नहीं मिल सकेंगे।
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बता दें कि हाल ही में जेल से सत्येंद्र जैन के कई वीडियो सामने आए थे। जिसमें जेल अधिकारियों की तरफ से उन्हें वीवीआईपी ट्रीटमेंट देने का आरोप लगाया था। इसके लिए जेल के बैरक नंबर सात के अधीक्षक अजीत कुमार को निलंबित कर दिया गया था। वहीं संजय बेनीवाल की जगह चार नवंबर को तिहाड़ के डीजी संदीप गोयल ने ली थी।
भाजपा नेताओं ने इसे लेकर आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा था। इसके बाद हाई पावर कमेटी ने इन शिकायतों की जांच के लिए सत्येंद्र जैन के सेल का निरीक्षण किया था। इस दौरान सेल में कार्यरत बंदियों से पूछताछ की गई थी।