आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव के परिणाम के हंगामे के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी रिजल्ट 2024 के नतीजे कल जारी कर दिए हैं। नीट यूजी परीक्षा में 13 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी सफल हुए हैं। इस साल देशभर से लगभग 24 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दिलाई थी। नीट यूजी परीक्षा में 67 कैंडिडेट ने 720 में से 720 अंक से रैंक एक हासिल की है।
वहीं परिणाम आने के बाद से हंगामा मच गया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पर नीट के रिजल्ट में गड़बड़ी होने के आरोप लगाए गए है। बड़ी संख्या पर लोग नीट परीक्षा को फ्रॉड बताते हुए सोशल मीडिया पर इसे कैंसिल करने की मांग कल से लगातार उठा रहें हैं। एक्स पर इस बारे में हुए लाखों पोस्ट की वजह से नीट की परीक्षा कैंसिल करने की बात ट्रेंड कर रही है।
नीट के परीक्षार्थी ने ‘राजधानी अपडेट’ को बताया कि इस बार बड़े पैमाने पर नीट की परीक्षा में धांधली की गयी है। परीक्षा का परीणाम 14 जून को आना था, लेकिन इस बार दस दिन पहले ही एकाएक लोकसभा चुनाव की मतगणना के बीच ही इसे जारी कर दिया गया। जिससे कि घपला की बात लोकसभा चुनाव के परीणाम के शोर की बीच दब जाए। वहीं देश के इतिहास में पहली बार 67 बच्चों को सौ प्रतिशत नंबर दिए गए हैं जो नीट जैसी परीक्षा में लगभग नामुमकिन है। इससे पहले मात्र दो-चार बच्चों को ही पूरे नंबर मिलते थे।
दरअसल पांच मई को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इस परीक्षा को आयोजित कराया था, जिसका परिणाम मंगलवार चार जून को जारी किया, जिसमें 67 कैंडिडेट ने रैंक एक हासिल की है। सोशल मीडिया पर आरोप लगाया जा रहा है कि टॉप करने वाले कई कैंडिडेट एक ही केंद्र के हैं। ये छात्र नजदीक के रोल नंबर वाले हैं। इनके परिणाम भी एक ही आये हैं। इनके नाम के आगे सरनेम भी नहीं लिखी हुए है। यहां पूरा का पूरा सेंटर ही मैनेज किया गया है। इस से सम्बंधित पीडीएफ का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर तेजी वायरल हो रहा है।
एक ही सीरीज के अभ्यर्थियों को 720 अंक
नीट एक्सपर्ट ने एक्स पर लिखा है “समान रोल नंबर सीरीज 2307010xxx, कोई सरनेम नही, सभी को 720/720 मार्क्स, इस पर एनटीए को स्पष्टीकरण की आवश्यकता है। एक यूजर ने आरोप लगाते हुए कहा कि एक परीक्षा केंद्र से कर्मबद्ध अभ्यर्थियों के 720 अंक आना प्रश्न चिन्ह है परीक्षा की पारदर्शिता पर हरियाणा के नीट परीक्षा केंद्र से कर्मबद्ध अभ्यर्थियों के पूरे अंक आयें हैं, क्या पूरा केंद्र ही मैनेज था।
एडवोकेट अनुभा श्रीवास्तव सहाय ने इस पर सवाल किये हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि परिणाम पर एक नजर डालें, एक ही अनुक्रम रोल नंबर वाले छह छात्रों को समान प्रतिशत मिला है कुछ गड़बड़ है। नीट के रिजल्ट को लेकर ये भी कहा जा रहा है कि 67 कैंडिडेट्स ने 720 में से 720 मार्क्स पाए। ये कैसे हो सकता है। साल 2023 में दो स्टूडेंट्स, साल 2021 में तीन स्टूडेंट ने 720/720 नंबर लाया था। पहली बार 67 स्टूडेंट्स ने 720 में से 720 नंबर पाए हैं।
वहीं 69वीं रैंक पर आए कैंडिडेट ने 719 अंक हासिल किये हैं। एजुकेशन एक्सपर्ट अनुसार ये संभव नहीं है। कुछ बच्चों के 717, 718 और 719 नंबर आए हैं जो संबंध ही नहीं है। इससे पता चलता है रिजल्ट में गड़बड़ी हुई है। नीट एग्जाम में चार-चार नंबर के 200 प्रश्न पूछे गए थे, जिनमे से 180 सवाल हल करने थे। एक जवाब गलत होने पर एक अंक काटा जाना था। अगर एक सवाल गलत होता है तो 715 नंबर मिलेंगे और प्रश्न छोड़ा तो 716 अंक मिलेंगे। तो 718 नंबर किस आधार पर आये हैं। अंक देने के लिए किस गणित का उपयोग किया गया है। इस पर स्पष्टीकरण मांगा है।
यह भी पढ़ें- NEET UG 2024 का एडमिट कार्ड जारी, ऐसे करें डाउनलोड
वहीं इस संबंध में एनटीए ने सफाई दी है। पांच मई को हुई परीक्षा में कुछ बच्चों ने परीक्षा में समय बर्बाद होने को लेकर की नाराजगी जताई थी। मामले में कोर्ट के फैसले के बाद 13 जून, 2018 को तैयार किए गए नॉर्मलाइजेशन फार्मूले के तहत बच्चों को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं। इसके चलते मार्क्स 718 और 719 आये हैं।