आरयू वेब टीम। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) ने बुधवार को अपने ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी दी है। देश के सबसे बड़े बैंक ने अपने खाताधारकों के सभी तरह के सेविंग बैंक अकाउंट पर लगने वाले एवरेज मंथली बैलेंस (एएमबी) की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है।
आज यानि 11 मार्च को बैंक की तरफ से जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में इसका ऐलान किया गया है। एसबीआइ के इस फैसले के बाद उसके करोड़ों ग्राहकों को इसका फायदा मिलेगा।
गौरतलब है कि इस समय एसबीआइ के सेविंग खाता धारकों को मेट्रो, सेमी अर्बन और रूरल एरिया में क्रमश: तीन हजार, दो हजार और एक हजार रुपये का बैलेंस मैंटेन करना पड़ता है। अगर कोई ग्राहक बैलेंस मैंटेन नहीं रखता तो एसबीआइ द्वारा पेनल्टी के रूप में पांच से लेकर 15 रुपये तक काट लिए जाते थे।
इसके साथ ही बैंक ने आज कहा है कि ‘कस्टमर फर्स्ट’ एप्रोच को ध्यान में रखते हुए एसएमएस चार्ज को भी माफ कर दिया है। इस कदम से बैंक के सभी ग्राहकों को उल्लेखनीय फायदा होगा।
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दूसरी ओर एसबीआइ ने बुधवार को विभिन्न परिपक्वता अवधि की मियादी जमाओं तथा कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की। बैंक ने कहा कि होम लोन और फिक्स डिपॉजिट नई दरें 10 मार्च से प्रभाव में होंगी। बैंक ने एक महीने में दूसरी बार ब्याज में कटौती की है।
एसबीआइ ने विभिन्न परिपक्वता अवधि के लिए खुदरा मियादी जमा (2 करोड़ रुपये से कम) पर ब्याज दरों में 0.10 प्रतिशत से 0.50 प्रतिशत की कटौती की है। वहीं सात दिन से 45 दिन में परिपक्व होने वाले मियादी जमाओं पर ब्याज दर अब चार प्रतिशत होगी जो पहले 4.50 प्रतिशत थी। वहीं एक साल और उससे अधिक अवधि के लिये जमाओं पर ब्याज दर में 0.10 प्रतिशत की कटौती की गई है।