आरयू वेब टीम। राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण गैस चेंबर जैसी स्थिति बन चुकी है। जिसे देखते हुए राजधानी में शुक्रवार को ग्रैप-3 लागू करने का फैसला लिया गया है। एक्यूआइ का स्तर 400 के पार जा चुका है। ऐसे में जीआरएपी पर उप-समिति पूरे एनसीआर में संशोधित जीआरएपी का चरण-III लागू करने का फैसला किया है।
ग्रैप का तीसरा चरण लागू होने के साथ ही कई नए प्रतिबंध लगाए जाएंगे, ताकि शहर में प्रदूषण का स्तर काबू किया जा सके। साथ ही पांचवीं तक की कक्षाएं ऑनलाइन होंगी, जबकि कंस्ट्रक्शन पर रोक रहेगी।
वहीं दिल्ली मेट्रो वर्किंग डेज (सोमवार से शुक्रवार तक) में रोजाना 60 अतिरिक्त फेरे लगाएगी। वाहनों पर कई तरह की रोक के चलते लोगों के आवागमन में परेशानी न हो। इसलिए यह फैसला लिया गया है। यह आज सुबह आठ बजे से लागू हो गया है। दरअसल दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए ग्रैप के तहत कुछ पाबंदियां लगाई जाती हैं। जब एक्यूआइ 200 के पार चला जाता है तो ग्रैप का पहला चरण लागू किया जाता है। उसके बाद जब एक्यूआइ 300 के पार जाता है तो दूसरा चरण और जब एक्यूआइ 400 के पार चला जाता है तो ग्रैप थ्री लगाया जाता है।
ग्रैप-3 में ये पाबंदियां
ग्रैप-3 के दौरान निर्माण कार्य और किसी भी तरह की तोड़फोड़ पर बैन रहती है।
ग्रैप -3 में गैर जरूरी खनन पर भी रोक रहती है।
बीएस-वीआइ डील अंतरराज्यीय बसों पर प्रतिबंद रहेगा।
प्राथमिक विद्यालय को ऑनलाइन किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें- धुआं-धुआं हुई दिल्ली, AQI पहुंचा 400 के पार
गौरतलब है कि बीते बुधवार से राजधानी के कई इलाकों में 450 के ऊपर एक्यूआइ पहुंच गया। आनंद विहार 466, अशोक विहार 466, जहांगीरपुरी 465, सोनिया विहार 460, विवेक विहार 459, वजीरपुर 459 एक्यूआइ दर्ज किया गया। पूरे दिन आसमान में धुंध छाई रही। दिल्ली एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी जीरो हो गई, जिससे कई उड़ानों पर इसका असर पड़ा।