सेना के जवानों संग शस्त्र पूजा कर राजनाथ सिंह ने कहा, भारत किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार

शस्त्र पूजा
शस्त्र पूजा करते राजनाथ सिंह।

आरयू वेब टीम। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में शनिवार सेना के जवानों के साथ विजयदशमी के मौके पर शस्त्र पूजन किया। साथ ही सुकना कैंट में जवानों के माथे पर तिलक लगाया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “मैं आप सभी को विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। साथ ही कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है, जहां शास्त्रों और शस्त्रों दोनों की पूजा की जाती है। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि ऐसा लग सकता है कि लोहे और लकड़ी से बनी चीजों की पूजा करने का क्या औचित्य है, लेकिन वास्तव में, यह हमारी विशाल सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक है, जिसमें हम किसी भी वस्तु का उपयोग करने से पहले और बाद में उसके प्रति आभार व्यक्त करते हैं। “हम सभी जानते हैं कि आज का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। जब भगवान राम ने बुराई के रावण पर विजय प्राप्त की। यह मानवता की जीत थी।

साथ ही कहा कि हमने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया, क्योंकि हमारे दिल में किसी के प्रति कोई दुश्मनी नहीं है। हमने युद्ध तभी लड़ा है जब किसी देश ने हमारी अखंडता और संप्रभुता का अनादर किया है, जब किसी देश ने धर्म, सत्य और मानवीय मूल्यों के खिलाफ युद्ध शुरू किया है। शास्त्र की पूजा करना एक प्रतीक है जिसे जरूरत पड़ने पर पूरी ताकत से इस्तेमाल किया जा सकता है।”

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रक्षा मंत्री ने आगे कहा, “हम देख सकते हैं कि सीमाओं पर हमारे सशस्त्र बलों की सतर्क उपस्थिति के कारण किसी भी घटना की संभावना नहीं है। लेकिन, जो हालात चल रहे हैं, उसमें हम पड़ोसियों की ओर से किसी भी संभावित शरारत को नजरअंदाज नहीं कर सकते।

ये भी कहा कि रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद से मैंने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि वैश्विक परिदृश्य चाहे जो भी हो। तैयारियों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए और हम सभी को सभी विकल्पों के साथ हमेशा सक्रिय रूप से तैयार रहना चाहिए। हमें राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति दृढ़ रहना चाहिए, यही हमारी जरूरत है।”

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