आरयू ब्यूरो, लखनऊ। देश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एनडीए और विपक्ष के बीच लामबंदी जारी है। इस बीच प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने शनिवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लेटर लिखकर राष्ट्रपति पद के लिए यशवंत सिन्हा को समर्थन पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। साथ ही शिवपाल ने पुरानी घटना भी याद दिलाया है।
शिवपाल यादव ने अपने पत्र में लिखा है कि समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में उस व्यक्ति का समर्थन किया, जिसने हमारे नेताजी को पाकिस्तानी एजेंसी आइएसआइ का एजेंट बताया था। ये कहते हुए मुझे दुख और क्षोभ हो रहा है कि जो समाजवादी कभी नेताजी के अपमान पर आग बबूला हो जाते थे, आज उसी विरासत के लोग नेताजी को अपमानित करने वाले व्यक्ति का राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन कर रहे हैं। ऐसा लगने लगा है कि समाजवादी पार्टी मजाक का पात्र बनकर रह गई है।’
शिवपाल ने अपने पत्र में लिखा कि ‘मैं, आपका और समाजवादी पार्टी के शुभचिंतकों का ध्यान एक बेहद गंभीर व संवेदनशील विषय की ओर दिलाना चाहता हूं। ये नियति की अजीब विडंबना है कि समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में उस व्यक्ति का समर्थन किया है, जिसमें हम सभी के अभिभावक और प्रेरणा व ऊर्जा के स्रोत आदरणीय नेताजी को उनके रक्षा मंत्रित्व काल में पाकिस्तानी गुप्तचर संस्था आइएसआइ का एजेंट बताया था।
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साथ ही ये भी कहा कि यह दुभाग्यपूर्ण है कि समाजवादी पार्टी को राष्ट्रपति प्रत्याशी के तौर पर एक अदद समाजवादी विरासत वाला नाम न मिला। यह कहते हुए मुझे दुख और क्षोभ हो रहा है कि जो समाजवादी कभी नेताजी के अपमान पर आग-बबूला हो जाते थे। आज उसी विरासत के लोग नेताजी को अपमानित करने वाले व्यक्ति का राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन कर रहे हैं। ऐसा लगने लगा है कि पूरी पार्टी मजाक का पात्र बनकर रह गई है।’