आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी विधानपरिषद में भाजपा के एमएलसी और प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर ‘लक्ष्मीनगर’ रखने की मांग उठाई। बजट सत्र के दौरान मोहित बेनीवाल ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह जनभावना से जुड़ा हुआ मामला है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। उनके इस बयान के बाद समाजवादी पार्टी नेता शिवपाल सिंह यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। शिवपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी महंगाई, बेरोजगारी और किसानो की बात न करके नाम बदलने और भ्रम फैलाने का काम कर रही है।
बुधवार को मीडिया बातचीत में तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के लोग केवल नाम बदलने का काम करते हैं और कोई ठोस काम नहीं करते। वे सिर्फ नाम बदलते रहते हैं। अब यह देखना होगा कहीं हमारा और आपका नाम न बदल दें।” शिवपाल ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए आज कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उन्हें ‘चाचू’ (चच्चू) चच्चा की माला जपते रहतें है। “वह हमें चिढ़ाने के लिए ऐसे बोलते हैं। ताकि मैं खीजूं। हम समाजवादी लोग हैं और समाजवादी पार्टी के लोग कभी बदलते नहीं हैं। उनको बोलने दीजिए जो बोलते हैं।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा समाजवादी पार्टी पर लोहिया की विचारधारा को न मानने का आरोप लगाने पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा, “भाजपा के लोग न तो किसानों के हित में काम करते हैं, न महंगाई पर काबू पाते हैं, और न बेरोजगारी के मुद्दे पर कोई ठोस कदम उठाते हैं। ये लोग सिर्फ जनता में भ्रम फैलाने का काम करते हैं और सदन में झूठ बोलकर भ्रम की स्थिति पैदा करते हैं। ताकि लोग भ्रम की स्थिति में रहें। भारतीय जनता पार्टी ने कोई काम नहीं किया है। लोगों को सिर्फ भरमाया है।”
साथ ही कहा कि अंसल समूह पर कानूनी कार्रवाई कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि सरकार जानबूझ कर इसे मुद्दा बना रही है। उन्होंने कहा कि संभल की तरह हाथरस में भी रिपोर्ट भाजपा सरकार के लिये काला धब्बा साबित होगी। शिवपाल यादव ने आगे कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ राजनीति कर रही है, जबकि असली मुद्दों पर काम नहीं हो रहा है।
वहीं शिवपाल ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए शायराना अंदाज में एक्स पर पोस्ट कर कहा विधानसभा में ‘चाचा-चाचा’ की गूंज दिन-रात, न नीति की बात, न विकास पर कोई सौगात। जनता देख रही ये खेल निराला, मुद्दों से भागने का अंदाज निराला। सत्ता की कुर्सी मिली तो धर्म का सहारा, पर काम के नाम पर बस जुमलों का पसारा। चाचा कहकर सियासत चमकाते रहोगे, या कभी प्रदेश का हाल भी बताओगे। राम का नाम लेकर राज पा लिया, पर जनता को क्या असल इंसाफ़ दिला दिया। चाचा-भतीजा के पीछे वक्त गंवा रहे हो, मुद्दों पर बोलने से क्यों घबरा रहे हो।