आरयू वेब टीम। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण का चुनाव प्रचार चरम पर है। इसी वजह से पीएम मोदी लगातार बिहार में बने हुए हैं और धुआंधार चुनावी रैलियां कर रहे हैं। शनिवार को वह बिहार के सीतामढ़ी में थे। यहां उन्होंने चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान महागठबंधन पर निशाना साधते हुए एनडीए की जीत का दावा किया। उन्होंने पहले चरण में रिकॉर्ड मतदान के लिए बिहार के लोगों का आभार भी जताया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मां सीता के आशीर्वाद से बिहार विकसित बनेगा।
पीएम मोदी ने कहा, “पहले चरण के मतदान में बिहार ने कमाल कर दिया है। पहले चरण में जंगलराज वालों को 65 वोल्ट का झटका लगा है। चारों तरफ ये चर्चा है कि बिहार के नौजवानों ने विकास को चुना है, एनडीए को चुना है। बिहार की बहनों-बेटियों ने भी एनडीए की रिकॉर्ड विजय पक्की कर दी है।” वहीं कांग्रेस और आरजेडी की अगुआई वाले गठबंधन पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आरजेडी वाले बिहार के बच्चों के साथ क्या करना चाहते हैं, ये उनके नारे में साफ दिख जाता है।
वहीं आरजेडी के मंचों से साफ-साफ कहलवाया जा रहा है, उन्हें रंगदार बनना है। आप मुझे बताइए बिहार का बच्चा रंगदार बनना चाहिए या डॉक्टर बनना चाहिए। क्या रंगदार बनाने वालों को जीतने देंगे। बिहार का बच्चा रंगदार नहीं बन सकता, डॉक्टर बनेगा, इंजीनियर बनेगा, अदालत में जज बनेगा। बिहार में हैंड्स अप कहने वालों की जगह नहीं है, स्टार्ट अप की जगह होगी। हम बच्चों के हाथ में किताबें, कंप्यूटर, लैपटॉप दे रहे हैं। हमारे बच्चे खेल में आगे बढ़ें, इसलिए हम उन्हें बैट, हॉकी स्टिक, फुटबॉल और वालीबॉल दे रहे हैं। जंगलराज का मतलब है कट्टा, क्रूरता, कटुता, कु:संस्कार, करप्शन। ये कु:संस्कार से भरे हुए लोग हैं, कुशासन का राज चाहते हैं।”
पीएम मोदी ने कहा कि “हम आज सीतामढ़ी में जो माहौल देख रहे हैं, वो दिल को छूने वाला है। ये माहौल भी इस बात का संदेश दे रहा है कि ‘नहीं चाहिए कट्टा सरकार, फिर एक बार एनडीए सरकार।’ आप लोगों में इन तीन मिनट में अच्छे -अच्छों की नींद उड़ा दी है। यही तो जनता-जनार्दन की ताकत होती है। मां सीता की इस पुण्य भूमि पर मैं आया हूं, ये भी बड़ा सौभाग्य है।
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आगे कहा कि मुझे पांच से छह साल पहले का आज का ही दिन याद आता है। वो तारीख थी आठ नवंबर, 2019, जब माता सीता की इस धरती पर मैं आया था और यहां से अगले दिन मुझे पंजाब में करतारपुर साहिब कॉरिडोर के लोकार्पण के लिए निकलना था और अगले ही दिन सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या पर फैसला भी आना था। मैं मन ही मन प्रार्थना कर रहा था कि सीता मैया के आशीर्वाद से फैसला रामलला के पक्ष में ही आए और जब सीता माता की धरती से प्रार्थना की जाए, वो कभी विफल हो जाती है क्या? ऐसा ही हुआ, सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के पक्ष में ही फैसला दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मां सीता की इस पुण्य भूमि पर आया हूं, आपका आशीर्वाद ले रहा हूं, तो इतने उत्साह से भरे लोगों के बीच वो दिन याद आना स्वाभाविक है। मां सीता के आशीर्वाद से ही बिहार विकसित बिहार बनेगा। ये चुनाव तय करेगा कि आने वाले सालों में बिहार के बच्चों का भविष्य क्या होगा, आपकी संतानों का भविष्य क्या होगा। इसलिए ये चुनाव बहुत अहम है।”
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