करीब दो साल बाद जेल से बाहर आए आजम खान का मीडिया को जवाब, ‘पहले कराना है इलाज’

आजम खान
जेल से बाहर निकलते आजम खान।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संस्‍थापक सदस्‍य आजम खान मंगलवार दोपहर सीतापुर जिला कारागार से रिहा हो गए। उनकी रिहाई के लिए दो गाड़ियों का उपयोग किया गया। पहली गाड़ी में आजम खान अपने बेटे अदीब और अब्दुल्ला के साथ बैठे थे, जबकि उनके प्रतिनिधि और दो अन्य लोग भी मौजूद थे। दूसरी गाड़ी में उनके कारागार में रखे गए निजी सामान, जैसे किताबें, कपड़े और अन्य सामग्री रखी गई थी।

जेल से निकलने के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए आजम ने 2027 के चुनाव को लेकर कहा कि अभी तो मुझे अपना स्वास्थ्य ठीक करना है और इलाज कराना है। साथ ही कहा कि उसके बाद सोचुंगा क्या होगा 2027 में। उन्होंने कहा कि इस 23 महीने के पहले तीन साल पहले भी इसी कठिन दौर में रह चुके हैं, आदत पड़ चुकी थी अकेले रहने की। जेल से निकलने के बाद अखिलेश यादव से कोई बातचीत पर उन्होंने कहा कि अभी जेल से निकले कितना समय हुआ। वहीं कहा कि मुझे कोई शिकायत नहीं है किसी से। इसके साथ ही बसपा से तंजीम फातिमा की मुलाकात पर कहा कि हम झूठे लोग नहीं हैं।

जो अटकलें लगा रहें उनसे पूछिए

बसपा में जाने के अटकलें पर कहा कि जो अटकलें लगा रहें है उनसे पूछिए मुझसे क्यों पूछ रहे हो। बसपा में शामिल होने की अटकलों पर आजम खान ने साफ कहा कि “यह केवल वही लोग बता सकते हैं जो अटकलें लगा रहे हैं। मैं जेल में किसी से नहीं मिला। मुझे फोन करने की इजाजत नहीं थी इसलिए, मैं पांच साल तक पूरी तरह से बाहर के संपर्क में नहीं रहा।”

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आजम खान की रिहाई के मद्देनजर सुबह से ही एलआइयू, ड्रोन टीम और पीएसी की टीमें पूरी तरह मुस्तैद रही। एएसपी उत्तरी आलोक सिंह, प्रशिक्षु आइपीएस विनायक भोंसले, यातायात निरीक्षक फरीद अहमद और आठ थानों की फोर्स भी सुरक्षा में तैनात रही। जिला कारागार के सामने ओवर ब्रिज पर भी पुलिस ने जमा भीड़ को हटाया। दरअसल आजम खान पर कुल 104 मामले दर्ज हैं, जिनमें से 93 मामले रामपुर में हैं। सभी मामलों में उन्हें पहले ही जमानत मिल चुकी है।

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