आरयू वेब टीम। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआइ के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली को रविवार को हास्पिटल से छुट्टी मिल गई। सीने में दर्द उठने के बाद उनको एक ही माह में दो बार एंजियोप्लास्टी से गुजरना पड़ा। अपोलो हॉस्पिटल के डॉक्टर राणा दासगुप्ता ने गांगुली को पूरी तरह फिट बताया। इससे पहले उन्हें शनिवार को छुट्टी मिलने वाली थी, लेकिन कुछ कारणों से ऐसा नही हो सका। जिसके बाद आज उन्हें डिस्चार्ज किया गया।
28 तारीख को एक ही माह में दूसरी बार उनकी एंजियोप्लास्टी की गई और धमनियों के अवरोध को हटाने के लिए दो स्टेंट भी डाले गए। मशहूर हृदय रोग विशेषज्ञ देवी शेट्टी ने तमाम परीक्षण और अस्पताल के चिकित्सकों के साथ परामर्श करने के बाद गांगुली की एंजियोप्लास्टी करने का फैसला किया।
गौरतलब है कि सौरव गांगुली को 27 जनवरी को कोलकाता के अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। तीन सप्ताह पहले भी अपने आवास पर व्यायाम करते समय सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद जांच से पता चला कि उनकी धमनियों में तीन अवरोध हैं और उसे ठीक करने के लिए उन्हें एक स्टेंट भी लगया गया था। पहली एंजियोप्लास्टी के बाद वह सात दिन अस्पताल में थे और सात जनवरी को उन्हें छुट्टी गई थी।
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गांगुली बीसीसीआइ के 39वें अध्यक्ष हैं सौरव ने सीके खन्ना की जगह ली थी, जो 2017 से बोर्ड के अंतरिम प्रमुख थे। गांगुली का कार्यकाल शुरुआत में नौ माह का था, लेकिन वह और बोर्ड के सचिव जय शाह अपने पद पर बरकरार हैं। सुप्रीम कोर्ट में अगले माह इस मामले की सुनवाई होनी है।
गांगुली उस समय बीमार पड़े, जब इस साल अप्रैल-मई में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले उनके राजनीति में उतरने को लेकर बाजार गरम है। राज्य के राजनीतिक जगत से जुड़े लोगों के अनुसार गांगुली भारतीय जनता पार्टी से जुड़ सकते हैं। इस पूर्व बल्लेबाज ने हालांकि राजनीति में आने को लेकर कभी अपने इरादे जाहिर नहीं किए।