आरयू ब्यूरो
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी में साइकिल व कुर्सी को लेकर चल रहे घमासान के बीच आज चुनाव आयोग ने करीब पांच घंटे तक सुनवाई की। अपरान्ह लगभग 12 बजे से चली सुनवाई शाम करीब पांच बजे खत्म हुई। सुनवाई के बाद आयोग ने फैसला सुरक्षित रखा।
इस दौरान आयोग ने दोनों पक्षों के वकीलों की दलील को भी सुना। सुनवाई के बाद अभी तक फैसला नहीं आने से अब यह भी समझा जा रहा है कि आयोग चुनाव चिन्ह साइकिल को सीज कर देगा, इसके अलावा वह नाम को भी कुछ समय के लिए सीज कर सकता है।
आज सुबह दोनों ही पक्षों के लोग चुनाव आयोग में सुनवाई के लिए पहुंचे, अखिलेश यादव की ओर से रामगोपाल यादव, किरणमय नंदा व नरेश अग्रवाल जबकि दूसरी ओर से मुलायम सिंह यादव खुद ही मोर्चा संभालते हुए भाई शिवपाल यादव के साथ चुनाव आयोग पहुंचे।
इस दौरान दोनों पक्षों के वकील भी मौजूद रहे। सुनवाई पूरी होने तक दोनों पक्षों के समर्थक भी आयोग के कार्यालय के बाहर डटे रहे। आयोग ने अखिलेश गुट को जहां लंच के पहले सुना जबकि मुलायम गुट को लंच के बाद।
सुनवाई से पहले मुलायम सिंह यादव ने एक बार समर्थकों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि पार्टी को टूटने नहीं देंगे। साइकिल हमारी ही रहेगी।
अखिलेश गुट ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आयोग ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया है। जो भी फैसला होगा उसे माना जाएगा।