आरयू वेब टीम। श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर के पहले मल्टीप्लेक्स का मंगलवार को लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने उद्घाटन किया। ये उद्घाटन समारोह आमिर खान की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ की स्पेशल स्क्रीनिंग के साथ आयोजित किया गया था, हालांकि रेगुलर शो 30 सितंबर से शुरू होंगे। ये मल्टीप्लेक्स श्रीनगर के सोनावर इलाके में खुला है।
इस पहल से अब लोगों को बॉलीवुड की फिल्में बड़े पर्दे पर देखने के लिए कश्मीर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। मल्टीप्लेक्स के मालिक विकास धर ने एक बयान में कहा कि ये हमारे लिए एक बड़ा सपना था, जो अब सच हो गया है। कश्मीर के पहले मल्टीप्लेक्स में कुल 520 सीटों की क्षमता वाले तीन फिल्म थियेटर हैं।
वहीं स्ट्रीट फूड को बढ़ावा देने के उद्देश्य से परिसर में एक ‘फूड कोर्ट’ भी बनाया गया है। आईनॉक्स द्वारा संचालित मल्टीप्लेक्स का निर्धारित उद्घाटन ऐसे समय किया जा रहा है, जब जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को पुलवामा और शोपियां जिलों में एक-एक बहुउद्देशीय सिनेमा हॉल का उद्घाटन किया था।
उपराज्यपाल ने इस मौके को ऐतिहासिक बताते हुए पुलवामा में कहा था, ‘हम जल्द ही जम्मू-कश्मीर के हर जिले में ऐसे बहुउद्देशीय सिनेमा हॉल बनाएंगे.’ उन्होंने कहा था कि अनंतनाग, श्रीनगर, बांदीपुरा, गांदेरबल, डोडा, राजौरी, पुंछ, किश्तवाड़ और रियासी में जल्द ही सिनेमा हॉल का उद्घाटन किया जाएगा।
गौरतलब है कि घाटी में सिनेमा हॉल तीन दशकों के बाद फिर से खुल रहे हैं। 1989-90 में आतंकवादियों द्वारा धमकियों और हमलों की वजह से थिएटर मालिकों ने घाटी में सिनेमा हाल बंद कर दिए थे। अधिकारियों ने 1990 के दशक के अंत में कुछ थिएटरों को फिर से खोलने की कोशिश की, लेकिन सितंबर 1999 में लाल चौक के बीच में रीगल सिनेमा पर आतंकवादियों द्वारा किए गए घातक ग्रेनेड हमले के चलते अधिकारियों की कोशिशें नाकाम हो गईं। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत भी हुई।
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वहीं नीलम और ब्रॉडवे नाम से दो अन्य थिएटर भी श्रीनगर के हाई सिक्योरिटी एरिया में खोले गए, लेकिन उन्हें भी फिर से बंद कर दिया गया। कई सिनेमा हॉल को शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, नर्सिंग होम में बदल दिया गया है, जबकि कुछ को अर्धसैनिक बलों ने अपने नियंत्रण में ले लिया, जिसके बाद से लोगों को फिल्में देखने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी और कश्मीर से बाहर जाना पड़ता था।