आरयू ब्यूरो, लखनऊ। महानगर के बादशाहनगर में मंगलवार को एक कॉम्प्लेक्स की पहली मंजिल पर स्थित ई-रिक्शा चार्जिंग सेंटर में आग लग गई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। आग की चपेट में आने से चार्जिंग सेंटर में मौजूद व्यक्ति जिंदा जल गया। आग की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने बिल्डिंग में फंसे 25 लोगों को करीब घंटेभर की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया। आग इतनी भयावह थी कि उसे बुझाने के लिए दमकल की आठ गाड़ियां लगानी पड़ीं।
मिली जानकारी के अनुसार विराम खंड गोमतीनगर निवासी अनिल राठौर का बादशाहनगर में एसएस कॉम्प्लेक्स है। अवैध तरीके से बने इस कॉम्प्लेक्स के ग्राउंड फ्लोर पर बैंक और पहली मंजिल पर दिल्ली निवासी राहुल सिंह का ई-रिक्शा चार्जिंग सेंटर है, जबकि दूसरी मंजिल पर ओलंपिया जिम है।
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आज शाम करीब साढ़े पांच बजे चार्जिंग सेंटर में अचानक आग लग गई और देखते ही देखते आग पूरी दुकान में फैल गई, जिसकी चपेट में आने से दुकान में मौजूद अश्विन पांडेय की मौत हो गई। वहीं धुआं भरने से दूसरी मंजिल पर स्थित जिम में कसरत करने वालों की सांस फूलने लगीं। सूचना पर पुलिस बल व दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे। करीब एक घंटे की जद्दोजहद के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
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वहीं राहत बचाव टीम ने बिल्डिंग का शीशा तोड़कर बगल से सीढ़ियां लगाकर जिम में फंसे 25 लोगों को बाहर निकाला, जबकि दुकान के भीतर मौजूद अश्वनी पांडेय (35) बाहर नहीं निकल सका। पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना देकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि चार्जिंग सेंटर में बैटरी भी रखीं थीं। आग लगने के बाद एक के बाद एक चार-पांच बैटरियां तेज धमाकों के साथ फटी।
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धमाके से कॉम्प्लेक्स में मौजूद लोग भी दहशत में आ गए। धमाकों की वजह से दमकलकर्मियों को आग बुझाने में दिक्कत आई। इस संबंध में चीफ फायर ऑफिसर मंगेश कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि आखिर आग कैसे लगी। जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।