आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पूर्वांचल के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के गुर्गे संजय यादव को एसटीएफ ने सोमवार को लखनऊ के आलमबाग क्षेत्र से धर दबोचा है। मूल रूप से मऊ निवासी 25 हजार के ईनामी वांटेड संजय यादव की एसटीएफ को काफी समय से तलाश थी। एसटीएफ को संजय के पास से एक तमंचा व दो कारतूस भी मिला है।
अधिकारियों के अनुसार आज एसटीएफ को सूचना मिली थी कि 25 हजार का ईनामी बदमाश संजय यादव आलमबाग के फतेह अली चैराहे से चारबाग रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाला है। जिसपर एसआइ सत्येंद्र विक्रम के नेतृत्व में एसटीएफ के अनिल सिंह चंदेल, नीरज पांडेय बृजेश कुमार सिंह, प्रदीप कुमार सिंह, शैलेंद्र प्रताप सिंह व गौरव सिंह की टीम ने घेराबंदी का संजय यादव को फतेह अली चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया।
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एसटीएफ के अनुसार पूछताछ में संजय यादव ने बताया है कि वह मुख्तार अंसारी गिरोह का सक्रिय सदस्य होने के साथ ही साल 2012 में उसने अपराधी हनुमान पांडेय के साथ मिलकर मऊ जिले के चर्चित वकील की हत्या कर फरार हो गया था। इसके अलावा उसने साल 2016 में स्क्रैप का ठेका दिलाने के नाम पर स्क्रैप व्यापारी शोएब से 30 लाख रुपये लिए थे, जबकि ठेका नहीं मिलने पर शोएब के पैसा वापस मांगने पर इसने शोएब को पीटने के साथ ही रकम लौटाने से इंकार कर दिया था।
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एसटीएफ के अनुसार इस मामले में आलमबाग कोतवाली में उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था, जिसके बाद से संजय फरार चल रहा था और उसके ऊपर 25 हजार रुपये का पुलिस की ओर से ईनाम भी रखा गया था। फिलहाल एसटीएफ ने मुख्तार अंसारी के गुर्गे संजय यादव को आलमबाग पुलिस के हवाले कर दिया है, जहां पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।