महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला 31 जुलाई तक रहेगा लॉकडाउन, कोरोना से जंग में लॉन्च हुआ दुनिया का सबसे बड़ा ’प्रोजेक्ट प्लैटिना’

’प्रोजेक्ट प्लैटिना'
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे। (फाइल फोटो)

आरयू वेब टीम। राज्य में बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए सोमवार को महाराष्ट्र सरकार ने प्रदेश में लॉकडाउन को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया है। साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोविड-19 के गंभीर के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी के प्रोजेक्ट की शुरुआत की।

महाराष्ट्र कोविड-19 महामारी से सबसे अधिक प्रभावित राज्य है। राज्य के मुख्य सचिव अजॉय मेहता ने लॉकडाउन बढ़ाने का आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि राज्य में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है। संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी उपाय के तहत यह कदम उठाया जा रहा है। महामारी एक्ट 1897 की धारा-2 और आपदा प्रबंधन कानून 2005 के तहत पूरे महाराष्ट्र में 31 जुलाई 2020 मध्यरात्रि तक के लिए लॉकडाउन को बढ़ाया जाता है।

मेहता के आदेश में कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान अब तक जिस तरह जरूरी वस्तुओं की दुकानें (दूध, सब्जी और दवाइयां) खुल रही थीं, वो वैसे ही खुलती रहेंगी। हालांकि बाकी दुकानों को ऑड-ईवन नियम के तहत ही खोला जाएगा। महाराष्ट्र सरकार ने 31 जुलाई तक लॉकडाउन को जारी रखने का एलान करते हुए कहा कि दफ्तरों में सीमित स्टाफ के साथ कामकाज किया जाएगा।

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वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोविड-19 के गंभीर मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी के प्रोजेक्ट की शुरुआत की। राज्य के स्वास्थ्य शिक्षा विभाग ने इस प्रोजेक्ट को दुनिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा ट्रायल-कम-ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट बताया है। प्लाज्मा थेरेपी या पैसिव एंटीबॉडी थेरेपी में कोरोना वायरस से संक्रमित होकर ठीक हो चुके व्यक्ति के रक्त के प्लाज्मा का इस्तेमाल दूसरे मरीज के इलाज में किया जाता है। कोविड-19 से ठीक होने वाले लोगों के प्लाज्मा में एंटीबॉडी होती हैं, जो अन्य मरीजों की इस बीमारी से लड़ने में मदद करती हैं।

एक अधिकारी ने बताया कि इसे ’प्रोजेक्ट प्लैटिना’ नाम दिया गया है। अधिकारी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत कोरोना वायरस के 500 गंभीर मरीजों का इलाज किया जाएगा। इसके ट्रायल मेडिकल शिक्षा एवं दवा विभाग के तहत आने वाले 17 मेडिकल कॉलेज और चार बीएमसी के कॉलेज में होंगे।

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