यूपीटीईटी सॉल्वर गैंग

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। यूपीटीईटी 2019 की परीक्षा की पहली पाली के दौरान बुधवार को यूपी एसटीएफ ने सॉल्‍वर गैंग के सरगना समेत पांच लोगों को गिरफ्तार करते हुए बड़ा खुलासा किया है। एसटीएफ की टीम ने इस मामले में गाजीपुर जिले के एक इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य को सॉल्‍वर गैंग चलाने के मामले में गिरफ्तार करने के साथ ही गैंग के  चार अन्‍य सदस्‍यों को भी पकड़ा है।

एसटीएफ ने गिरफ्तार किए गए गैंग के पास से टीईटी के ’सी’ और ’डी’  सेट प्रश्‍न पत्र की 25-25 छाया प्रति के अलावा आधा दर्जन मोबाइल फोन व अन्‍य सामान भी बरामद किए हैं।

पकड़े गए सभी लोग सदर कोतवाली क्षेत्र स्थित बुद्धम शरणम् इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य व सॉल्‍वर गैंग के सरगना के लिए काम कर रहे थे। एसटीएफ की अब तक की छानबीन में सामने आया है कि प्रधानचार्य ने सेंटर पर परीक्षा दे रहे 50 परीक्षार्थियों को पास कराने के एवज में उनसे डेढ़-डेढ़ लाख रुपए वसूले थे।

इन लोगों की एसटीएफ ने की गिरफ्तारी-

  • पारस सिंह कुशवाहा निवासी रघुनाथपुर छावनी लाइन,थाना सदर कोतवाली,जनपद गाजीपुर। (प्रधानाचार्य/सरगना)
  • पारस का रिश्‍तेदार चंद्रपाल कुशवाहा पुत्र नन्दलाल कुशवाहा निवासी खरवा खतीरपुर,थाना सादियाबाद, जनपद गाजीपुर।
  • चंद्रपाल का सगा भाई चंद्रहास कुशवाहा पुत्र नन्दलाल कुशवाहा निवासी खरवा खतीरपुर,थाना सादियाबाद,जनपद गाजीपुर।
  • सरगना का रिश्‍तेदार अजीत कुशवाहा पुत्र भरत सिंह कुशवाहा निवासी खरवा खतीरपुर,थाना सादियाबाद,जनपद गाजीपुर।
  • इसके अलावा इंटर कॉलेज का बाबू सियाराम सिंह यादव पुत्र रामबृक्ष सिंह यादव निवासी जमालपुर,थाना सदर कोतवाली,जनपद गाजीपुर।

एसएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह के अनुसार यूपीटीईटी 2019 की परीक्षा पर कड़ी नजर रखने के लिए आलाधिकारियों से निर्देश मिले थे। जिसके बाद उन्‍होंने एसटीएफ की वाराणसी फील्ड इकाई के सीओ विनोद कुमार सिंह के नेतृत्‍व में एक टीम को पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों पर भी नजर रखने के लिए लगाई थी।

सॉल्‍वर तक पहुंचने की कोशिश के दौरान टीम को पता चला था कि गाजीपुर के बुद्धम शरणम् इंटर कॉलेज का प्रधानाचार्य पारस सिंह कुशवाहा द्वारा अवैध वसूली कर प्रश्‍न पत्रों को साल्वरों के माध्यम से हल कराकर कुछ अभ्यर्थियों को टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण कराने का ठेका लिए है। सूचना पर एसटीएफ वाराणसी के निरीक्षक पुनीत परिहार के नेतृत्व में टीम गठित कर कार्रवाई शुरू हुई।

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आज सुबह पता चला कि पारस सिंह कुशवाहा अपने रिश्तेदार चंद्रपाल सिंह कुशवाहा, चंद्रहास सिंह कुशवाहा, अजीत कुशवाहा एवं विद्यालय के लिपिक सियाराम सिंह यादव के साथ मिलकर प्रश्‍न पत्रों को साल्व कर अभ्यर्थियों को देने का प्रयास कर रहा है। सूचना पर एसटीएफ टीम ने उक्‍त सेंटर पर छापेमारी करते हुए पांचों को रंगे हाथों धर दबोचा।

संगठित तरीके से चल रहा था गिरोह

पूछताछ में सरगना पारस सिंह कुशवाहा ने एसटीएफ को बताया कि उसका संगठित गिरोह है। जिसमें पकड़े गए चंद्रपाल, चंद्रहास, अजीत एवं उसके ही कॉलेज का बाबू सिया राम शामिल हैं। गैंग विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं का परीक्षा केंद्र अपने यहा आवंटित कराता था और अभ्यर्थियों से अवैध वसूली कर साल्वरों के माध्यम से प्रश्‍न पत्रों को साल्व कराकर उनको उपलब्ध कराता है।

इसी क्रम में इन लोगों द्वारा आज हो रही टीईटी परीक्षा में लगभग 50 अभ्यर्थियों से डेढ-डेढ लाख रूपये लेकर इन्हें प्रश्‍न पत्रों के सॉल्व उत्तर उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी ली गयी थी।

इस तरह से सॉल्‍वर गैंग कर रहा था काम

आरोपितों ने एसटीएफ को यह भी बताया कि इसके लिये उनके गैंग ने प्रश्‍न पत्रों के ’सी’ और ‘डी’ सेट की फोटो कॉपी अभियुक्‍त अजीत के मोबाइल में परीक्षा शुरू होने से पहले ही (समय सुबह नौ बजकर 48 मिनट से नौ बजकर 58 मिनट) के बीच ही फोटो खींचकर अभियुक्‍त चंद्रहास के मोबाइल पर भेजा था, जिसे परीक्षा केंद्र के पास में ही स्थित ‘ग्लोरियस पब्लिक स्कूल’ में छाया प्रति प्रिंट कर सरगना पारस सिंह  द्वारा साल्वरों से हल कराकर अभ्यर्थियों को देना था, लेकिन इसी बीच एसटीएफ द्वारा पकड़ लिए जाने से योजना सफल नही हो पायी। गिरफ्तार अभियुक्‍त चंद्रहास, अजीत एवं चंद्रभान जनपद गाजीपुर के विभिन्न विद्युत केन्द्रों पर कर्मचारी के रूप में नियुक्‍त हैं।

सॉल्‍वरों ने एक ही परीक्षा केंद्र से 27 अभ्‍यर्थियों को करा दिया था टॉप…

एसटीएफ के अनुसार गिरोह का सरगना प्रधानाचार्य पारस इसी तरह से प्रश्‍न पत्रों को सॉल्‍व करा साल 2016-17 के यूपी पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा में अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया गया था, जिसके कारण इसी परीक्षा केंद्र से ही कुल 27 अभ्यर्थी टॉप कर गये थे, जिसमें जांच कराकर इसके विरूद्ध धारा 7/8/10 यूपी सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधन निवारण अधिनियम 1998 थाना कोतवाली नगर जनपद गाजीपुर में पंजीकृत कराया गया था। इसके अतिरिक्‍त इसके विरूद्ध कोतवाली नगर जनपद गाजीपुर में ही धारा 147/307/120बी भादवि भी पंजीकृत किया गया था।

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वहीं आज के मामले में पांचों को गिरफ्तार करते हुए एसटीएफ की टीम ने सदर कोतवाली गाजीपुर में ही दाखिल किया है। जहां उनके खिलाफ धारा 419/420/120बी आइपीसी व 67 आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आगे की कार्रवाई सदर कोतवाली की ओर से की जाएगी। दूसरी ओर एसटीएफ अब गैंग के बारे में गहराई से छानबीन करने के साथ ही पैसों के दम पर पास होने वाले अभ्‍यर्थियों के बारे में भी पता लगा रही है।

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