आरयू वेब टीम। प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में हाई कोर्ट के तीन मुख्य न्यायाधीशों को शपथ दिलाई। इसी के साथ अब सुप्रीम कोर्ट 34 न्यायाधीशों की पूर्ण क्षमता के साथ काम करेगी। विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर इन जजों की पदोन्नति की घोषणा की।
जिन जजों की पदोन्नति हुई है इसमें दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा, राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ऑगस्टिन जॉर्ज मसीह और गुवाहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संदीप मेहता हैं। इन तीनों जजों के नामों की सिफारिशा चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड, जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बी.आर. गवई और जस्टिस सूर्यकांत की कॉलेजियम ने सोमवार को की थी।
कॉलेजियम ने क्या कहा?
कॉलेजियम ने केंद्र सरकार को भेजे अपने प्रस्ताव में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में मंजूरी प्राप्त कुल जजों की संख्या 34 है। अभी यह 31 न्यायाधीशों हैं। कोर्ट में काफी संख्या में लंबित मामले हैं। कॉलेजियम ने कहा, ‘‘लंबित मामलों की लगातार बढ़ती संख्या के कारण जजों पर काम का बोझ काफी बढ़ गया है।
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इसे ध्यान में रखते हुए, यह सुनिश्चित करना आवश्यक हो गया है कि कोर्ट में न्यायाधीशों की पूर्ण संख्या हो और किसी भी समय कोई रिक्ति न रहे, इसे मद्देनजर रखते हुए कॉलेजियम ने नामों की सिफारिश कर सभी तीन मौजूदा रिक्तियों को भरने का निर्णय लिया है।’’