आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। स्वतंत्रता आंदोलन और आपातकाल के विरोध में नौजवानों की ही महत्वपूर्ण भूमिका रही हैं। परिवर्तन की ताकत युवा पीढ़ी के पास है। ये बातें शनिवार को सपा मुख्यालय स्थित सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में पार्टी के युवा नेता व कार्यर्ताओं को संबोधित करते हुए यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कही।
मोदी व योगी सरकार पर निशाना साधते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि अब युवा भाजपा सरकार से खुद ठगा-सा महसूस करने लगे हैं। नौजवान न घर के रहे न घाट के। भाजपा ने युवाओं के भविष्य के साथ तो खिलवाड़ किया ही है, उनका भरोसा भी तोड़ा है।
युवाओं की बात करते हुए अखिलेश ने आगे कहा कि शहरों, कस्बों और गांवों में बेरोजगारी के शिकार करोड़ो युवा हताशा में मारे-मारे फिर रहे हैं। उपलब्ध आंकड़ों से जानकारी मिली है कि 140 करोड़ भारत की जनसंख्या में आधी आबादी के पास करने को कुछ भी नहीं है। बड़ी संख्या में बेरोजगारी के चलते युवा जान दे चुके हैं।
अंधेरे रास्ते पर चलने को मजबूर हुई युवा पीढ़ी
भाजपा सरकार पर हमला जारी रखते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि आज युवा पीढ़ी जिस अंधेरे रास्ते पर चलने को मजबूर हुई, उसके लिए भाजपा सरकार सीधे-सीधे जिम्मेदार है। भाजपा के राज में युवा सबसे ज्यादा दमन और उत्पीड़न के शिकार हुए हैं।
इस दौरान संघ व अन्य हिन्दुवादी संगठनों को भी निशाने पर लेते हुए अखिलेश बोले कि आज की अजीब विडंबना है कि राष्ट्रवाद और राष्ट्रभक्ति की बात वे लोग कर रहे हैं, जिनकी राष्ट्रीय स्वाधीनता आंदोलन में कोई भूमिका ही नहीं रही है।
अब संकीर्णता की राजनीति से ऊब चुकी है जनता
अखिलेश ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा राज में लोकतंत्र को कमजोर करने और असहिष्णु राजनीति को बढ़ाने के लिए नफरत का जह़र फैलाया जा रहा है। जातीय वैमनस्य को बढ़ावा देकर भारत की ताकत विविधता को भी तोड़ने का कुचक्र रचा जा रहा है, लेकिन अब संकीर्णता की राजनीति से जनता ऊब चुकी है।
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इस अवसर पर विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, दिग्गज नेता एसआरएस यादव, अरविंद कुमार सिंह, सुनील सिंह साजन, आनन्द भदौरिया और राजपाल कश्यप भी मौजूद थे।