ठंड से पहले ही दमघोंटू हुई दिल्ली-NCR में हवा, विशेषज्ञों ने दी सावधान रहने व मास्क पहनने की सलाह

दिल्‍ली में वायु प्रदूषण
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। दिल्ली-एसीआर में सर्दियों आने से पहले ही दमघोंटू हुई हवा ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है।  दिल्ली का औसत एक्यूआइ 367 रिकॉर्ड किया गया, जबकि 18 अक्टूबर को आनंद विहार में यह बढ़कर 390 तक पहुंच गया। खराब होती हवा की गुणवत्ता को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने खासकर, घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनने की सिफारिश की है, ताकि श्वसन तंत्र पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव से बचा जा सके। मास्क का इस्तेमाल सांस से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार सुबह दिल्ली का औसत एक्यूआइ 367 रहा, जो “बेहद खराब” श्रेणी में आता है। आनंद विहार में एक्यूआइ 390, अक्षरधाम में 369, वजीरपुर में 328 और जहांगीरपुरी में 324 दर्ज किया गया।

बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए 14 अक्टूबर से दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (जीआरएपी) का चरण-I लागू कर दिया गया है। यह चरण तब सक्रिय होता है जब एक्यूआइ 201 से 300 के बीच होता है। इसके तहत 27 रोकथाम उपाय लागू किए गए हैं, जिनमें सड़क की धूल को नियंत्रित करना, पानी का छिड़काव करना, निर्माण स्थलों पर एंटी-स्मॉग गन का उपयोग करना और खुले में कचरा जलाने पर रोक लगाना शामिल है।

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इस बीच, अरब सागर में बन रहे मौसमीय सिस्टम के कारण देश के कई राज्यों में बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि दक्षिण भारत से लेकर मध्य प्रदेश तक अगले कुछ दिनों में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है, जिससे दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार की उम्मीद की जा सकती है।

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