आरयू वेब टीम।
नोटबंदी के बाद से लगातार नियमों में बदलाव का दौर आज भी जारी रहा। मोदी सरकार ने आज मध्यरात्रि से बैंकों में पुराने 500 और 1000 रुपये के नोटों के बदलने जाने की प्रक्रिया पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। अब इन नोटों को आप अपने खाते में जमा करा सकते है। 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषण के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीमित राशि के पुराने नोटों को 30 दिसंबर तक बैंक द्वारा बदलने की बात कही थी।
दूसरी ओर जनता की राहत के लिए पुराने नोट के चुनिंदा जगाहों पर इस्तेमाल की छूट को 24 नवंबर से बढ़ाकर 15 दिसंबर कर दिया गया है। हालांकि इन जगाहों पर सिर्फ 500 के नोट ही इस्तेमाल किये जा सकेंगे। 1000 के नोटों के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। इसके अलावा नेशनल हाइवे के टोल टैक्स फ्री करने की समय सीमा को भी बढ़ाकर दो दिसंबर कर दिया गया है।
आइयें डालते केन्द्र सरकार के आज रात लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों पर एक एक नजर-
- अस्पताल, पेट्रोल पम्प के साथ ही सरकारी ट्रांसपोर्ट में 500 के पुराने नोटों से 15 दिसंबर तक भुगतान किया जा सकेगा।
- सभी सरकारी स्कूलों में पांच सौ की पुरानी नोटों से छात्रों की फीस जमा की जा सकेगी। भुगतान की सीमा 2000 रुपये होगी।
- पुरानी पांच सौ की नोट के जरिये 500 रुपये तक का प्रीपेड मोबाइल रीचार्ज कराया जा सकता है।
- 1000 के नोट अब कही भी मान्य नहीं होंगे। इनका आखिरी विकल्प बैंक खातों में जमा कराना ही होगा। इस तरह से 16 साल पहले जारी 1000 के नोट अब इतिहास बन जाएंगे।
- दो दिसंबर तक नेशनल हाइवे के टोल टैक्सों पर कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। जबकि 3 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच पुराने 500 के नोटों से टैक्सों पर भुगतान लिया जाने लगेगा।
- पांच सौ के पुराने नोटों के जरिए अब केन्द्रीय भंडार से अधिकत्तम 5000 रुपये की खरीदारी ही की जा सकेगी।
- बिजली और पानी के बिल भी 15 दिसंबर तक पुराने पांच सौ के नोटों से भरे जा सकेंगे।
- इंडिया आने वाली विदेशी पर्यटक अब हर हफ्ते 5000 रुपये तक की करेंसी नए नोटों में बदल पाएंगे। उनके पासपोर्ट पर भी इसकी जानकारी दर्ज की जाएगी। आरबीआई भी इसके लिए निर्देश जारी करेगा।