आरयू वेब टीम।
खिचड़ी में कई गुण होते हैं जो कि वात-पित और कफ जैसी चीजों को दूर करती है। वहीं घरेलू तरीकों की मदद से बने हमारे मशहूर अचार, पापड़, चटनी और मुरब्बे पूरी दुनिया में लोगों को पसंद हैं।
उक्त बातें वर्ल्ड फूड फेस्टिवल का उद्धाटन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में अपने संबोधन में कही। उन्होंने फूड फेस्टिवल में सभी देशों का स्वागत करते हुए कहा कि एक दिन में लाखों यात्री भारत में ट्रेन में खाना खाते हैं। भारत में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के पोटेन्शल कस्टमर मौजूद हैं। वर्ल्ड फूड फेस्टिवल में पीएम मोदी ने खिचड़ी को देश के सबसे पसंदीदा खाने के रूप में पेश किया।
वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था पर बात करते हुए मोदी ने कहा कि भारत दुनिया में तेजी से बढती हुई अर्थव्यवस्था है। भारत में अब व्यापार करना पहले से और ज्यादा आसान हो गया है।
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खिचड़ी को राष्ट्रीय भोजन घोषित करने की सरकार की नहीं है योजना
खिचड़ी को नेशनल फूड घोषित करने वाली अटकलों पर विराम लगाते हुए केंद्रीय खाद्य मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने स्पष्ट किया कि खिचड़ी को राष्ट्रीय भोजन घोषित किए जानें कि सरकार की कोई योजना नहीं है, बल्कि विश्व रिकॉर्ड के लिए इसे भारत में एंट्री दी गई है। उन्होंने आगे कहा कि हम साल 2050 की ओर बढ़ रहे हैं, दुनिया की आबादी में 25% की बढ़ोतरी हो रही है और 50% तक भोजन की मांग बढ़ रही है, ऐसे में हमें खाना बर्बाद होने से बचाने के लिए लड़ना होगा।
मालूम हो कि इस इवेंट का आयोजन खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा विज्ञान भवन में किया जा रहा है, जो तीन दिनों तक चलेगा। कार्यक्रम की शुरूआत आज प्रधानमंत्री ने की, जिसके बाद मोदी इंडिया गेट लॉन में फूड स्ट्रीट का दौरा किया। इस कार्यक्रम में 70 देशों के प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। वहीं वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाने के लिए शनिवार को 1100 किलो की खिचड़ी बनाकर वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाने की तैयारी चल रही है।
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