जानें उद्घाटन के बाद मोदी को क्‍यों कहना पड़ा, ‘दुआ करूंगा यहां कोई न आए’

सूरत में मोदी

आरयू वेब टीम।

क्‍या आपने कभी किसी चीज के उद्धाटन समारोंह में किसी को यह कहते सुना है कि दुआ करूंगा कोई यहां नहीं आए। शायद नहीं सुना होगा, लेकिन आज प्रधानमंत्री ने एक उद्धाटन समरोह में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वह दुआ करेंगे कि किसी को यहां नहीं आना पड़े। प्रधानमंत्री की बात सुनते ही वहां मौजूद हजारों लोंगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनकी बात का स्‍वागत किया।

यह भी पढ़े- तीन तलाक पर बोले मोदी दिक्‍कत में है मुस्लिम बहनें

आइए जानतें है क्‍या है पूरा मामला-

नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात दौरे के दूसरे दिन सूरत में करीब चार सौ करेाड़ की लागत से बने मल्टी स्पेशिऐलिटी हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। इस दौरान आयोजित समारोह के दौरान प्रधानमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि ‘यह अस्पताल मेहनत से बना है। पैसों से ज्यादा मूल्य पसीने का है। मैं दुआ करूंगा कि इस अस्पताल में किसी को आने की जरूरत न पड़े। अगर आए भी तो इतना मजबूत होकर जाए कि दोबारा न आना पड़े। मोदी ने कहा कि अगर वह किसी हीरे के प्रतिष्ठान या ऐसी ही किसी दूसरी चीज का उद्घाटन करते तो यही दुआ देते कि प्रतिष्ठान फूले-फले।

यह भी पढ़े- …जब योगी के मंत्री भ्रष्टाचार परखने के लिए JPNIC में सीढि़यों से चढ़ गए 18 मंजिल

दवाएं सस्‍ती, अब सस्‍ते इलाज के लिए बनाएंगे कानून

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘परिवार का एक सदस्य भी बीमार हो जाए तो परिवार मुश्किल में पड़ जाता है। भारत सरकार ने हेल्थ पॉलिसी घोषित की है। अटल जी की सरकार के बाद 15 साल बाद यह सरकार हेल्थ पॉलिसी लाई।’ उन्होंने कहा, ‘सबको इलाज मिलना चाहिए।

यह भी पढ़े- मोदी और योगी के नेतृत्‍व में भाजपा करेगी बाबा साहब के सपनों को पूरा: केशव मौर्या

दवाइयां बनाने वाली कंपनियां मनमाना कीमत वसूलती थी। हमने नियम बनाया। 700 दवाइयों के दाम तय कर दिए। कई जीवनरक्षक दवाओं को सस्ता किया।’ पीएम मोदी ने कहा कि जो दवाएं पहले 1200 में मिलती थीं अब 70 रुपये में मिलती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि काफी हद तक दवाएं सस्‍ती हो गई अब सस्ते इलाज के लिए कानून बनाया जाएगा।