आरयू वेब टीम।
केरल के कोच्चि को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेट्रो का तोहफा दिया। मेट्रो का उद्घाटन करने के बाद आज सुबह पीएम ने मेट्रो की यात्रा भी की। इस दौरान उनके साथ केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन, केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू, मेट्रो मैन के नाम से देश भर में पहचाने जाने वाले ई श्रीधरन के अलावा अन्य अति विशिष्ट लोग मौजूद रहे।
यह भी पढ़े- मजदूर दिवस से खत्म होगा वीआईपी कल्चर, PM मोदी तक नहीं करेंगे लालबत्ती का इस्तेमाल
उद्धाटन समारोह के बाद प्रधानमंत्री ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कोच्चि मेट्रो केंद्र और केरल सरकार की संयुक्त परियोजना है। इसके कोच मेक इन इंडिया के विजन से तैयार किए गए। मेट्रो का 70 प्रतिशत हिस्सा भारत में तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने देश के बुनियादी विकास के ढांचे पर काम किया है।
हम अगली पीढ़ी के लिए बुनियादी ढांचे पर भी काम कर रहे हैं। कोच्चि मेट्रो में एक हजार महिलाओं के साथ 23 ट्रांसजेडर लोगों को काम करने का मौका मिलेगा। इस दौरान केरल के सीएम ने प्रधानमंत्री को लकड़ी से बनी कोच्चि मेट्रो की आकृति भी याद के तौर पर गिफ्ट की।
आइये जानते है कोच्चि मेट्रो से जुड़ी कुछ खास बातें-
यह देश की पहली मेट्रो है जिसमें कम्यूनिकेशन आधारित ट्रेन कंट्रोल टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया गया है। इसका मकसद फ्रीक्वेंसी को बढ़ाना और त्रुटियों को कम करना है।
यह भी पढ़े- जानें उद्घाटन के बाद मोदी को क्यों कहना पड़ा, ‘दुआ करूंगा यहां कोई न आए’
इस मेट्रो की एक खास बात यह भी है कि इसके हर स्टेशन किसी खास थीम पर आधारित होंगे। ये थीम समुद्री इतिहास, पश्चिमी घाट और शहर के इतिहास से संबंधित होंगे।
13.2 किलोमीटर के दायरे में 11 स्टेशन और विस्तार होने के बाद 25 किलोमीटर में 22 स्टेशन बनाए जाएंगे।
कोच्चि मेट्रो का निर्माण कार्य 2013 में शुरू किया गया था।
इसका पहला फेज 13.2 किलोमीटर का है। जबकि विस्तार 25 किलोमीटर तक किया जाना है।
इस परियोजना में कुल 5,180 करोड़ रुपए के खर्च होने का आंकलन किया गया है।
यह भी पढ़े- खबर का असर, इंसानों की तीन हजार लाशें सड़ाने के बाद KGMU प्रशासन ने बनवाया फ्रिजर
मेट्रो चलने से अलुवा और पलरिवतोम की दूरी तय करने में महज 23 मिनट का समय लगेगा। जो की सड़क मार्ग से यह दूरी कम से कम 45 मिनट में तय की जा रही थी।
कोच्चि मेट्रो का न्यूनतम भाड़ा 15 और अधिकतम भाड़ा 30 रुपए होगा।
मेट्रो शुरू हो जाने के बाद अब कोच्चि की सड़कों पर ट्रैफिक लोड कम हो जाने से लोगों को यातायात समस्या से राहत मिलना तय माना जा रहा है।