आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। लोक निर्माण विभाग सड़क सुरक्षा के प्रति जनता को जागरूक करने में विशिष्ट योगदान देने वाले प्रतियोगिता के माध्यम से प्रथम दस बच्चों के घर जाने वाली सड़क को पक्के मुख्य मार्ग से जोड़ेगा। ये घोषणा प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित उत्तर प्रदेश सड़क सुरक्षा कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर की।
प्रदेश के परिवहन विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में उन्होंने आगे कहा कि सड़क और परिवहन एक दूसरे के पर्याय हैं, इसलिये हम सब का कर्तव्य है कि ओवरलोडिंग से बचें और सड़क सुरक्षा के लिए बने यातायात नियमों का पालन करें। उदाहरण देते हुए डिप्टी सीएम बोले कि हमारे पास सब कुछ है, लेकिन हम सुरक्षित नहीं हैं तो सब बेकार है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत का संकल्प लिया था, आज ये जनआंदोलन बन गया। इसी प्रकार हमारा प्रदेश सड़क दुर्घटना मुक्त बने ऐसा हमें संकल्प लेना होगा। हम वाहन चलाते समय सीट बेल्ट एवं हैलमेट का प्रयोग अवश्य करें।
इसके साथ ही यदि कोई यातायात नियमों का उल्लंघन करता हुआ मिले तो उस पर कठोर कार्यवाही की जाए। उन्होंने सभी वर्गों से अनुरोध किया कि वे सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक हों तथा अपनी जिम्मेदारी समझकर ट्रैफिक नियमों का पालन करें, ताकि प्रतिदिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
ड्राइवर के आराम की भी करें उचित व्यवस्था
वहीं उन्होंने कहा कि हम में से अधिकांश लोग अपने ड्राइवर का ध्यान नहीं रखते, यात्रा के बाद खुद के ठहरने के लिए अच्छी व्यवस्था कर लेते हैं, लेकिन ड्राइवर को अपने वाहन में ही विश्राम करना होता है, जिसकी वजह से वह न तो सो पाता है और न ही ठीक से आराम कर पाता है, जिसके कारण दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए हम सबका दायित्व बनता है कि हम अपने साथ-साथ ड्राइवर के आराम की भी उचित व्यवस्था करें।
वहीं कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के तौर तरीकों पर चर्चा करने के साथ ही सुझाव भी दिए गए। इस मौके पर परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्र देव सिंह सहित अन्य मंत्री व अधिकारी भी मौजूद रहें।