बोली उमा भारती, राम मंदिर के लिए जेल और फांसी के लिए भी तैयार

उमा भारती पहुंची लखनऊ
प्रेसवार्ता में अपनी बात रखती उमा भारती साथ में हरिश्च्न्द्र श्रीवास्तव। फोटो-आरयू

आरयू ब्‍यूरो

लखनऊ। आज राजधानी के सरोजनीनगर स्थित एक तालाब सफाई कार्यक्रम में भाग लेने और सीएम आदित्‍यनाथ से मिलने के बाद भाजपा की केंद्रीय जल संसाधन व नदी विकास मंत्री व फॉयर ब्रांड नेता उमा भारती ने वीवीआईपी गेस्‍ट हाउस में पत्रकारों से मुलाकात की।

अयोध्‍या में राम मंदिर बनाए जाने के सवाल पर उमा भारती ने कहा कि यह किसी एक राज्य का मामला है। यह पूरे देश की आस्था का विषय है। अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण उनका सपना है। उमा भारती यहीं नहीं रूकी उन्‍होंने दावा किया कि राममंदिर के लिए उन्हें जेल जाना पड़े या फिर फांसी चढ़ना पड़ा तो उसे वह हंसकर स्‍वीकार करेंगी।

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उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी माना है कि इस मामले की प्रकृति ऐसी है कि इसका समाधान न्यायालय से बाहर निकलना चाहिए। सभी पक्षों को सुनकर राम मंदिर निर्माण के लिए समाधान निकालना चाहिए।

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गंगा के नाम पर अखिलेश सरकार ने किया छल

उमा भारती ने कहा कि पिछली सरकार ने गंगा के नाम पर छल किया था। केंद्र सरकार के प्रयासों के बावजूद अखिलेश सरकार ने एनओसी नहीं देकर नमामि गंगे व गंगा के निर्मलीकरण के अभियान में बाधा पैदा की थी। अब प्रदेश में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने हैं। वह पहले भी गंगा निर्मलीकरण को लेकर संसद में मुखर रहे हैं। उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद उत्तर प्रदेश में मां गंगा का निर्मलता की ओर बढ़ना सुनिश्चित है।

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आज हुई आदित्‍यनाथ योगी की मुलाकात में हुई बातचीत का खुलासा करते हुए उमा भारती बोली कि मुख्यमंत्री से उन्होंने गंगा स्वच्छता और प्रदेश में सिंचाई परियोजनाओं को लेकर बातचीत की। उन्होंने योगी से कहा कि नमामि गंगे, गंगा स्वच्छता और सिंचाई परियोजनाओं के बारे में प्राथमिकता व प्रस्तुतिकरण तैयार कराकर शीघ्र दें, ताकि केंद्र सरकार राज्य में अधूरी पड़ी सिंचाई परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के लिए राशि जारी कर सके।

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प्रदेश में गंगा व उसकी सहायक नदियां रामगंगा, काली व यमुना नदी की स्वच्छता और पुनरुद्धार को लेकर विशेष चर्चा हुई। इस दौरान केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय व राज्य के सिंचाई विभाग के आला अधिकारी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने वार्ता के दौरान ही अधिकारियों को एक हफ्ते में प्रस्तुतिकरण तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि प्राथमिकताएं तैयार कर केंद्र सरकार को दी जा सके।

घाट और सफाई के लिए मई तक जारी होंगे सात हजार करोड़ रुपए

भाजपा की फॉयर ब्रांड नेता ने कहा कि मई के अंत तक केंद्र सरकार गंगा के घाटों के निर्माण व स्वच्छता अभियान और तेज करने के लिए 7000 करोड़ रुपए जारी कर देगी। इसमें से 1600 करोड़ रुपए गांवों से गुजरने वाली गंगा और शहरों से गुजरने वाली गंगा के तटों, घाटों और निर्मलीकरण के लिए खर्च किए जाएंगे।

2018 तक हर हाल में निर्मल होगी गंगा

काम पूरा होने के बारे में बोली कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) आदि तैयार करने में समय लगता है, लेकिन 2018 तक गंगा को निर्मल बनाने का कार्य हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा।

पहले भी उठाती रही हैं रिवर फ्रंट की गड़बड़ी

गोमती रिवर फ्रंट में घोटालेबाजी के सवाल पर केंद्रीय मंत्री बोली कि इस मुद्दे को वे पहले भी उठाती रही हैं। इस परियोजना में तमाम अनियमितताओं की शिकायतें हैं। परियोजना में नदी के जल की सफाई पर ध्यान नहीं दिया गया।

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कमियां निकालने के बजाय काम को आगे बढ़ाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर कुछ गड़बड़ है तो उसको उजागर किया जाना चाहिए। जब तक कमियां पहचानी नहीं जाएंगी, परियोजना को बेहतर नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने कहा कि गोमती रिवर फ्रंट परियोजना को उनकी सरकार आगे बढ़ायेगी। पर इसमें जो भी वित्तीय अनियमितता हुई है, उसकी जांच होनी चाहिए। प्रेसवार्ता में उमा भारती के साथ प्रदेश मीडिया प्रभारी हरिश्‍चन्‍द्र श्रीवास्‍तव भी मौजूद रहे।