आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में यूपी बोर्ड परीक्षा 2024 में 12वीं कक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर यूपी बोर्ड ने एक्शन लिया है। आगरा में जिस कॉलेज से पेपर लीक हुआ था, उस कॉलेज की मान्यता निरस्त की गई है। ये कॉलेज आगरा की श्री अतर सिंह इंटर कॉलेज रोझौली है और यहीं से 12वीं का पेपर लीक हुआ था।
मिली जानकारी के मुताबिक इस कॉलेज से 29 फरवरी को इंटरमीडिएट जीव विज्ञान और गणित का प्रश्न पत्र व्हाट्सएप पर लीक हो गया था। यूपी बोर्ड ने किसी भी विद्यालय द्वारा प्रश्न पत्रों की गोपनीयता भंग ना हो, इसको लेकर कार्रवाई कर सख्त संदेश दिया। जिला विद्यालय निरीक्षकों को भी निर्देशित किया है कि परीक्षा केंद्रों पर अब स्टैटिक मजिस्ट्रेट के अतिरिक्त अन्य किसी भी व्यक्ति द्वारा मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं किया जाएगा।
वहीं यूपी बोर्ड ने कहा है परीक्षा केंद्र पर किसी व्यक्ति द्वारा मोबाइल या अन्य संचार उपकरण का उपयोग नहीं किया जाएगा. ऐसी स्थिति में स्टैटिक मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी होगी कि वह संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए और इस आदेश का सख्ती से पालन कराए.
29 फरवरी को तीन बजकर 11 मिनट पर “आल प्रिंसिपल्स आगरा” नाम के व्हाट्सएप ग्रुप पर पेपर लीक हुआ था। कॉलेज में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर विनय चौधरी द्वारा पेपर व्हाट्सएप ग्रुप पर डाला गया था, हालांकि तब तक पेपर शुरू हुए एक घंटा 11 मिनट का समय बीत चुका था। सभी परीक्षार्थी अपने-अपने परीक्षा केदो में शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा दे रहे थे।
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यूपी बोर्ड का दावा है कि इससे परीक्षा की शुचिता किसी भी स्तर पर प्रभावित नहीं हुई है। डीआईओएस आगरा द्वारा इस घटना को लेकर मुख्य आरोपित विनय चौधरी विद्यालय के केंद्र व्यवस्थापक राजेंद्र सिंह, अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक गंभीर सिंह स्टैटिक मजिस्ट्रेट गजेंद्र सिंह और अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी।
अब इस मामले में अब तक केंद्र व्यवस्थापक राजेंद्र सिंह व एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जबकि स्टैटिक मजिस्ट्रेट से पूछताछ की जा रही है। यूपी बोर्ड के सचिव दिब्य कांत शुक्ल ने विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है कि मुख्य आरोपित विनय चौधरी और अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है।