आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद पुलिस मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने अपने स्टाफ से मुलाकात करने के बाद भारतीय विदेश सेवा के प्रोबेशनरी अधिकारियों से मुलाकात की। उसके साथ ही उनके साथ अपने अनुभव साझा किए। इसके साथ ही देश-विदेश के कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। उसके बाद विभागीय लोगों से कानून-व्यवस्था को लेकर दोपहर बाद तक मीटिंग का दौर चलता रहा।
वहीं देवेंद्र सिंह चौहान ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग पर जाकर मुलाकात की। इससे पहले डीजीपी यूपी के अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से पोस्ट कर कहा कि उत्तर प्रदेश के पुलिस बल के डीजीपी के रूप में जनता की सेवा का अवसर देने के लिये मैं माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। यूपी पुलिस एक परिवार की भांति टीम भावना बनाये रखते हुए शासन की प्राथमिकताओं के अनुसार पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से कार्य करेंगे।
दरअसल गुरुवार देर शाम उत्तर प्रदेश सरकार ने रेस में बनें तीन सीनियर आइपीएस अफसरों को नजरअंदाज करते हुुए देवेंद्र सिंह चौहान को राज्य का कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया था। देवेंद्र सिंह चौहान को उत्तर प्रदेश के डीजीपी का अतिरिक्त पद भार दिया गया है। वह महानिदेशक सतर्कता के पद पर तैनात हैं। केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर रहे चौहान को बीते जून में ही उत्तर प्रदेश ने वापस बुलाया था।
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बीते मार्च में ही महानिदेशक के पद पर प्रोन्नत देवेंद्र सिंह चौहान उत्तर प्रदेश आने से पहले केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में महानिरीक्षक (आईजी) के पद पर तैनात थे। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार की मांग पर डीएस चौहान को उनके मूल कैडर में भेजने की स्वीकृति दे दी थी।
बता दें कि देवेंद्र सिंह चौहान 1988 बैच के आईपीएस अफसर हैं। इससे पहले वह डीजी इंटेलिजेंस के पद पर तैनात हैं। चौहान का रिटायरमेंट मार्च 2023 में होना है। जानकारी के मुताबिक, चौहान की गिनती मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अफसरों में होती है।
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