UP: सो रहे बुजुर्ग दंपत्ति व बेटे की कमरे में मिली लाश, दो बच्‍चों की हालत गंभीर, पुलिस ने शुरू की जांच

अंगीठी का धुंआ

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ/कानपुर। कानपुर नगर के जूही थाना क्षेत्र में सोमवार को हुई एक घटना से सनसनी मच गयी है। घर में सो रहे पति-पत्‍नी व उनके बेटे कमरे में लाश मिली है। वही बेटे के दोनों बच्‍चे भी गंभीर अवस्‍था में मिलें हैं, जिन्‍हें इलाज के लिए अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही छानबीन शुरू कर दी है। शुरूआती जांच में अंगीठी के धुंए से दम घुटने के चलते मौत होने का अंदेशा जताया जा रहा, हालांकि पुलिस परिवार के तीन सदस्‍यों की मौत से जुड़ी अन्‍य आशंकाओं से भी इंकार नहीं कर रही है।

मिली जानकारी के अनुसार बसंती नगर निवासी पूरनचंद्र शर्मा (85) कल रात पत्‍नी मिथिला (80) बेटे नरेंद्र (50) और नरेंद्र के पुत्र ध्रुव और बेटी निमिशा के साथ एक कमरे में सो रहे थे। वहीं पास के कमरे में उनका दूसरा बेटा रामजी शर्मा अपनी पत्‍नी  रजनी व दो बच्‍चों के साथ सो रहा था।

आज सुबह दूध वाले के आने पर रोज की तरह बुजुर्ग दंपत्ति के नहीं उठने पर दूसरे बेटे रामजी ने कमरा खोला तो अंदर बिस्‍तर पर पूरनचंद्र पत्‍नी मिथिला व नरेंद्र की लाश मिली, जबकि निमिशा व उसका भाई ध्रुव अचेत था। यह देख परिजनों में रोना-पीटना मच गया। कुछ ही देर में मौके पर जुटे मोहल्‍ले के लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी।

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तीन मौतों की खबर मिलते ही जूही थाने की पुलिस के साथ-साथ डीसीपी साउथ, एडीसीपी दक्षिण समेत पुलिस के अन्‍य अधिकारियों ने घटनास्‍थल पर पहुंचकर लोगों से पूछताछ व घटना की जांच शुरू। वहीं परिवार के पांचों सदस्‍यों को अस्‍पताल पहुंचाया। जहां जांच के बाद डॉक्‍टरों ने भी बुजुर्ग दंपत्ति व उनके बेटे को मृत घोषित कर दिया, जबकि नरेंद्र के दोनों बच्‍चों को अस्‍पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।

वहीं पति-पत्‍नी व बेटे की मौत के बाद परिजन पुलिस से पोस्‍टमॉर्टम नहीं कराने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि कमरे में रखी अंगीठी के धुंए के चलते हादसा हुआ है, ऐसे में मौत के बाद भी उनके परिजनों को और कष्‍ट न दिया जाए। हालांकि पुलिस ने उनकी मांग को नहीं मानते हुए तीनों शवों को पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

मां की हो चुकी पहले मौत, पिता व दादा-दादी का भी छूटा साथ

घटना का एक दुखद पहलू यह भी है कि नरेंद्र की पत्‍नी की भी सात साल पहले मौत हो चुकी थी। ऐसे में मां के बाद पिता व दादा-दादी का भी साया अस्‍पताल में भर्ती निमिशा व भाई ध्रुव के सिर से आज छिन गया। घटना के साथ ही आसपास के लोग दोनों बच्‍चों के भविष्‍य को लेकर भी आज चिंतित दिखे।

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वहीं घटनास्‍थल पर पहुंचे डीसीपी साउथ रवींद्र कुमर ने मीडिया को बताया कि क्षेत्रिय लोगों ने तीन सदस्‍यों के मौत की सूचना पुलिस को दी थी। जिसपर घटनास्‍थल पर पहुंचकर परिजनों से बातचीत करने पर पता चला कि रात में परिवार अंगीठी जलाकर सोया थे। प्रथम दृष्‍टतया मौत की वजह धुंए से दम घुटना प्रतीत हो रहा। परिजनों के पोस्‍टमॉर्टम नहीं कराने की मांग पर सवाल पर डीसीपी ने कहा कि अननुचरल डेथ केस में जो विधिक प्रक्रिया है उसे पूरा कराया जाना जरूरी है और मौत की वजह भी पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी तरह साफ हो पाएगी।