आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी में डेंगू ने तांडव मचा रखा है। लगातार डेंगू फैलने पर अब लोगों को इसकी दहशत भी देखी जा रही है। वहीं गुरुवार को यूपी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जनता से कहा है कि डेंगू से घबराए नहीं सीएचसी समेत सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू से निपटने के लिए दवा व इलाज का पर्याप्त इंतजाम है।
वहीं आज उप मुख्यमंत्रीने यह भी कहा है कि खून में प्लेटलेट की कमी होना डेंगू बुखार की पुष्टि नहीं करता है। अन्य वायरल बुखार में भी प्लेटलेट में कमी आती है। अतः घबराएं नहीं। बुखार होने पर तुरन्त अपने नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर उपचार करायें। सभी जगह इलाज के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। चिकित्सकों की सलाह के मुताबिक तरल पदार्थ लें। धीरे- धीरे प्लेटलेट बढ़ जाती हैं। मच्छरदानी का प्रयोग करते हुएं आराम करें। गर्भवती महिला, छोटे बच्चों एवं वृद्ध व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखें। कूलर, पानी की टंकी, पुराने टायर आदि की सफाई रखें।
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उन्होंने कहा कि प्रदेश में उपचार, बचाव एवं जागरूकता के प्रयासों के फलस्वरूप वर्ष गत वर्ष की तुलना में डेंगू के मामलों में काफी कमी आई है। इस बार एक नवंबर तक प्रदेश में डेंगू के कुल 7134 केस पाए गए जबकि वर्ष 2021 में 29750 केस थे। इस वर्ष प्रदेश में डेंगू से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में प्रयागराज 1171 केस, लखनऊ 1058 केस, गाजियाबाद 513 केस, अयोध्या 458 फेस एवं जौनपुर 371 डेंगू केस सामने आए हैं।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि डेंगू रोग की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य एवं नगर विकास विभाग लगातार मिलकर कार्य कर रहे है। अभी तक प्रदेश के डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में 3 करोड़ 73 लाख घरों का भ्रमण किया गया। 8775 लोगों को मच्छर जनित परिस्थितियां पाये जाने पर नोटिस जारी किये गये हैं। सभी जिला स्तरीय अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर डेंगू वार्ड चिहिन्त एवं क्रियाशील किये गये हैं। अस्पतालों में फीवर हेल्प डेस्क स्थापित किये गये हैं। 29 जिलों में 52 कम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट चालू हैं। डेंगू व चिकनगुनिया की नि:शुल्क जांच की जा रही है।