आरयू ब्यूरो, लखनऊ। गुजरात नगर निकाय चुनाव में मिली बड़ी सफलता के बाद यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी ताकत आजमाने के लिए आम आदमी पार्टी पंचायत चुनाव में जोर-शोर से उतर चुकी है। बुधवार को पार्टी ने जिला पंचायत, बीडीसी सदस्य और प्रधान पदों के लिए 500 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की। बड़ी बात ये है कि इनमें कई प्रत्याशी सांसद और विधायक के लिए मैदान में उतर चुके हैं। प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करते हुए संजय सिंह ने योगी सरकार पर कई आरोप भी लगाए।
प्रेसवार्ता में भाजपा पर निशाना साधते हुए संजय सिंह ने कहा कि जिलों में केवल एक ही खिड़की से पंचायत के फॉर्म मिल रहे हैं। सत्ताधारी लोग बैक डोर से फॉर्म ले रहे लेकिन हम लोगों को नही मिल रहे हैं। संजय सिंह ने कहा कि मात्र पांच दिन प्रचार के लिए मिल रहे हैं। 11 को सिम्बल मिल रहा और 17 को प्रचार बंद हो रहा है। ये ऐसा पहला चुनाव होगा, जिसमें केवल पांच दिन मिल चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशियों को मिलेंगे।
इस दौरान आप नेता ने सवाल करते हुए कहा कि ऐसे में गरीब प्रत्यशी कैसे चुनाव लड़ेगा। निर्वाचन आयोग इस पर पुनर्विचार करे। वहीं संजय सिंह ने कहा कि हम लोग अपील करते हैं कि जो लोग प्रचार करना चाहे उनके प्रचार को बाधित न किया जाए। अंतिम समय में सभा के लिए अनुमति न मिले।
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संजय सिंह ने कहा कि भाजपा के प्रत्याशियो के साथ जो पश्चिम यूपी में हो रहा है, वो गलत है लेकिन सरकार को सोचना चाहिए किसान और निजीकरण को लेकर आम लोगों परेशान क्यों हैं। कहा कि योगी जी दूसरे प्रदेशों में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश उनके ध्यान में नहीं है। ग्राम विकास अधिकारी की नौकरी कैंसल कर दी गई। अब उनसे न्याय की उम्मीद लोगों को नहीं है।
संजय सिंह ने कहा कि विधानसभा से पहले जनता को भाजपा को सबक सिखाने का मौका मिला है। मोदी को किसी से डर लगता है तो वो केवल केजरीवाल हैं। मोदी सरकार ने इसलिए ही दिल्ली सरकर की शक्तियां कम की हैं। भाजपा हमेशा अपने घोषणा पत्र में दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वायदा करती थी। आज दिल्ली का हक छीन रहे हैं।