विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर दिल्‍ली में अनशन पर बैठे चंद्रबाबू नायडू, समर्थन में राहुल, केजरीवाल समेत पहुंचे कई दिग्गज नेता

पुनर्गठन अधिनियम
चंद्रबाबू नायडू के साथ मंच पर राहुल गांधी व फारूक अब्दुल्ला।

आरयू वेब टीम। 

केंद्र से राज्य को विशेष दर्जा देने और 2014 में इसके विभाजन से पहले किए सभी वादों को पूरा करने की मांग को लेकर सोमवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू दिल्ली में एक दिन का अनशन कर रहे हैं। उनके अनशन को विपक्षी दलों पूरा समर्थन मिल रहा है, वहीं नायडू को समर्थ देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आंध्र भवन पहुंचे।

नायडू के मंच से राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी विश्‍वसनीयता खो चुके हैं। उन्होंने जो वादा आंध्र प्रदेश की जनता से किया था उसे पूरा नहीं किया। साथ ही प्रधानमंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि चौकीदार चोर है। अब यह बात सबके सामने आ गयी कि किस तरह राफेल मामले में चोरी की गयी।

वहीं नायडू को समर्थन देने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित विपक्षी दलों के कई दिग्‍गज नेता नायडू के समर्थन में अनशनस्‍थल पर पहुंचे है।

झूठ बोलने के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है प्रधानमंत्री: केजरीवाल

वहीं दिल्‍ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने कम से कम तीन बार सर्वाजनिक रूप से  ऐलान किया था कि वो आंध्र प्रदेश को विशेष राज्‍य का दर्जा देंगे। प्रधानमंत्री ने एक बार तिरूपति जाकर भगवान के सामने भी कहा था कि वो आंध्र प्रदेश को स्‍पेशल राज्‍य का दर्जा देंगे, लेकिन फिर भी उन्‍होंने अपनी बात पूरी नहीं की। अपने भाषण के दौरान केजरीवाल ने पीएम पर आरोप लगाते हुए ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झूठ बोलने के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। प्रधानमंत्री जो भी कहते हैं उसे कभी पूरा नहीं करते हैं।

न करें निजी हमले

इस दौरान मोदी सरकार पर नायडू ने हमला बोलते हुए कहा कि मैं पांच करोड़ लोगों की ओर से इस सरकार को आगाह कर रहा हूं, मैं यहां उन्हें आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम’ में किए वादें याद दिलाने आया हूं। मैं आपको चेतावनी दे रहा हूं। मेरे और मेरे लोगों के खिलाफ निजी हमले ना करें। यह अनुचित है।

आत्‍मसम्‍मान पर हमला नहीं करेंगे बर्दाशत

उन्‍होंने आगे कहा कि मैं राज्य प्रमुख के तौर पर अपने कर्तव्य पूरे कर रहा हूं। हम वही मांग रहे हैं जिसका हमसे वादा किया गया था। अगर कोई हमारे आत्मसम्मान पर हमला करेगा तो हम इसे बर्दाशत नहीं करेंगे। तेदेपा प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी को संसद परिसर में प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई। इसलिए हम यहां आए हैं।

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नायडू ने अनशन शुरू करने से पहले महात्मा गांधी को राजघाट पर और भीमराव आंबेडकर को आंध्र प्रदेश भवन में श्रद्धांजलि दी। तेदेपा का एक प्रतिनिधिमंडल नायडू के नेतृत्व में मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक ज्ञापन सौंपेगा। आम चुनाव से पहले तेदेपा प्रमुख भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं। भाजपा विरोधी गठबंधन के लिए पिछले तीन महीने में वह कई बैठकें कर चुके हैं।

बता दें कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर तेदेपा मार्च 2018 में राजग सरकार से अलग हो गया था। पार्टी ने मोदी सरकार पर पोलावरम सिंचाई परियोजना, कडप्पा इस्पात संयंत्र और निर्माणाधीन अल्ट्रा-आधुनिक राज्य की राजधानी अमरावती के लिए धन नहीं देने का आरोप भी लगाया है। आंध्र प्रदेश को दो जून 2014 को दो हिस्सों में बांट दिया गया था। हैदराबाद नए राज्य तेलंगाना की राजधानी बन गया।

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