आरयू वेब टीम।
चिटफंड घोटाले में सीबीआइ के कोलकाता पुलिस प्रमुख से पूछताछ करने की कोशिश के खिलाफ धरने पर बैठीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का धरना सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि वह देश और संविधान बचाने के लिए ‘‘सत्याग्रह’’ जारी रखेंगी। मुख्यमंत्री कुछ वरिष्ठ मंत्रियों और पार्टी के सदस्यों के साथ बिना कुछ खाए रातभर अस्थायी मंच पर बैठी रहीं।
मुख्यमंत्री ने धरना स्थल पर मौजूद पत्रकारों से कहा यह एक सत्याग्रह है और जब तक देश सुरक्षित नहीं हो जाता मैं इसे जारी रखूंगी। उन्होंने आगे कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल,उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और गुजरात के विधायक एवं दलित नेता जिग्नेश मेवाणी समेत कई नेताओं के फोन आ रहे हैं।
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वहीं क्या कोई नेता उनसे मिलने शहर आएगा पूछे गए सवाल के जवाब में ममता ने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। अगर कोई आना चाहता है तो हम उसका स्वागत करेंगे। यह लड़ाई मेरी पार्टी की नहीं, यह मेरी सरकार के लिए है।
इस बीच, कई जिलों से पार्टी समर्थक यहां पहुंचे और उन्होंने ममता बनर्जी के समर्थन में नारे लगाए, जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एम चंद्रबाबू नायडू, राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद सहित कई नेताओं ने ममता बनर्जी का समर्थन किया है।
यहां बताते चलें कि यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआइ की एक टीम रविवार को मध्य कोलकाता पुलिस प्रमुख राजीव में कुमार से पूछताछ के लिए लाउडन स्ट्रीट स्थित उनके आवास पहुंची थी, लेकिन सीबीआइ टीम के पास जांच के लिए कोई अधिकारिक कागजात नहीं थे। इसके खिलाफ ममता बनर्जी रविवार शाम से धरने पर बैठ गईं थीं।
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