आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा मामले में यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ ने पेपर आउट कराने वाले गिरोह के सदस्य हृदेश कुमार को शुक्रवार को लखनऊ के पॉलिटेक्निक चौराहे से गिरफ्तार किया है।जानकारी के मुताबिक आरोपित को अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर पेपर उपलब्ध कराता था।
एसटीएफ को उसके पास से कई अहम डॉक्यूमेंट्स बरामद हुए हैं। आरोपित झांसी के मऊरानी का रहने वाला है। पेपर लीक मामले में उस पर गाजीपुर में केस दर्ज कराया गया था। इससे पहले 21 सितंबर को पेपर लीक मामले में फरार चल रहे एक अन्य आरोपित राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल मिश्रा को भी राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार किया था। इसके पहले भी मामले में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
गौरतलब है कि 28 नवंबर 2021 को यूपी टीईटी का पेपर होना था। पहली शिफ्ट की परीक्षा के दौरान पता चला कि यूपी टीईटी का पेपर लीक हो गया है, जिसके बाद पेपर निरस्त कर दिया गया था, जिसका प्रभाव अप्लाई करने वाले 21 लाख 65 हजार परीक्षार्थियों पर पड़ा था। इसके बाद सरकार ने वादा किया था कि दोबारा यूपीटीईटी के पेपर का आयोजन होगा, जिसमें अभ्यर्थियों से अतिरिक्त फीस नहीं ली जाएगी।
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बता दें एग्जाम शुरू होने से कुछ देर पहले वाट्सऐप ग्रुप पर 14 पेज का एक पेपर वायरल हुआ था, जिसमें 150 प्रश्नों के सही विकल्प पर निशान लगे हुए थे। यूपी सरकार ने इस पर सख्त एक्शन लेते हुए दोषियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई और संपत्ति जब्त करने के निर्देश दिए थे। मामले की जांच यूपी एसटीएफ कर रही है.अब तक इस मामले में 30 से ज्यादा गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।