आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी पीसीएस 2024 प्रारंभिक परीक्षा और समीक्षा अधिकारी/ सहायक समीक्षा अधिकारी -2023 प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन वन डे, वन शिफ्ट में किया जाएग। वहीं इन परीक्षा में लागू नार्मलाइजेशन प्रक्रिया को भी उत्तर-प्रदेश लोक सेवा आयोग ने हटा दिया है। यूपीपीएससी ने यह फैसला अभ्यर्थियों के लगातार तीन दिन से चल रहे विरोध के बाद लिया है। छात्रों की मांग और विपक्ष के लगातार सवाल उठाने के बाद योगी सरकार ने फैसला वापस ले लिया है।
मामला बिगड़ने और योगी सरकार की जमकर किरकिरी होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोग को छात्रों के साथ संवाद और समन्वय बनाकर आवश्यक निर्णय लेने को कहा। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 को एक दिवस में कराए जाने का निर्णय लिया गया है। आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा- 2023 के लिए आयोग द्वारा समिति का गठन किया जाएगा। समिति सभी पहलुओं पर विचार कर शीघ्र अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
आयोग की ओर से पूर्व में जारी शेड्यूल के अनुसार यूपी पीसीएस 2024 प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन सात और आठ दिसंबर को दो पालियों में किया जाना है। वहीं आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 22 और 23 दिसंबर 2023 को किया जाना है। 22 दिसंबर को एग्जाम दो पालियों में और 23 दिसंबर को एक पाली में किया जाना है।
अभ्यर्थी एक दिन और एक ही शिफ्ट में परीक्षा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं अभ्यर्थियों की यह भी मांग थी कि इन परीक्षाओं में आयोजक की ओर लागू की गई नार्मलाइजेशन प्रक्रिया को हटाया जाएगा। आयोग एक से दो दिनों में इन दोनों परीक्षाओं की नई डेट जारी कर सकता है।
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गौरतलब है कि आंदोलन के चौथे दिन गुरुवार को सुबह से ही आयोग के दफ्तर के अंदर गहमागहमी थी। दोपहर में आयोग की बैठक शुरू हुई। करीब तीन बजे अध्यक्ष संजय श्रीनेत भी बैठक में पहुंचे। इसके बाद करीब सवा चार बजे डीएम और सचिव छात्रों के बीच पहुंचे।
डीएम ने लाउडस्पीकर पर कहा कि मुख्यमंत्री ने आयोग को छात्रों की समस्या का समाधान निकालने के लिए कहा था। इसके बाद आयोग ने छात्रों से बातचीत की। इसके बाद मुख्यमंत्री की पहल पर आयोग ने ये फैसला लिया है कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 सैद्धांतिक रूप से पहले की तरह एक दिन में कराने का फैसला लिया है।