आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की 20 अक्टूबर को होने वाली तकनीकी शिक्षा (अध्यापन) परीक्षा के संभावित पेपर लीक मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस का कहना है कि भदोही में स्थित भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइसीटी) के एक कर्मचारी और एक अज्ञात व्यक्ति के बीच कथित बातचीत का ऑडियो सामने आने के बाद ऐसा उठाया गया है। पुलिस के अनुसार ऑडियो क्लिप में “व्यक्तिगत लाभ के लिए आगामी परीक्षा की अखंडता को कमजोर करने का प्रयास किया गया है।
इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक तेजवीर सिंह ने बताया कि कथित ऑडियो क्लिप का पता चलने पर आइआइसीटी के निदेशक राजीव कुमार वार्ष्णेय ने ईमेल के जरिए यूपीपीएससी सचिव को मामले की सूचना दी।
अधिकारी ने बताया कि 14 अक्टूबर को भेजे गए ईमेल में वार्ष्णेय ने आइआइसीटी के राजेश वर्मा नामक कर्मचारी के साथ हुई कथित बातचीत का विस्तृत विवरण दिया है। सिंह ने कहा, “बातचीत से पता चलता है कि निजी लाभ के लिए आगामी परीक्षा से समझौते का प्रयास किया जा रहा है।
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आइआइसीटी के निदेशक ने अनुरोध किया है कि ऑडियो क्लिप के साथ-साथ अधिक साक्ष्यों वाली एक पेन ड्राइव को गहन जांच के लिए प्रस्तुत किया जाए।” अधिकारी ने कहा, “मामले की गंभीरता को देखते हुए, यूपीपीएससी के उप सचिव धर्मेंद्र कुमार त्रिपाठी ने 16 अक्टूबर को भदोही सिटी थाने में एक औपचारिक शिकायत दर्ज की, जिसमें उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम-2024′ और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के उल्लंघन का हवाला दिया गया।” सिंह ने कहा कि मामले में शामिल व्यक्तियों से पूछताछ समेत व्यापक जांच की जा रही है।