आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने का नारा देकर दिल्ली की सत्ता में आई आम आदमी पार्टी ने अब उत्तर प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव में ताल ठोकने का एलान कर दिया है। उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने आज मीडिया को बताया कि नगर निगमों में व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर करने के संकल्प के साथ आप अपने प्रत्याशियों की पहली सूची 15 अक्टूबर को जारी करेगी।
अरविंद केजरीवाल के सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए प्रदेश प्रभारी ने कहा कि दिल्ली में हमारी सरकार ने जनता की प्राथमिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुये ईमानदारी से बहुत काम किया है, अब समय आ गया है कि उस अनुभव का लाभ हम अपने गृह प्रदेश को दें, निकाय चुनाव यह अवसर लेकर हमारे पास आया है। दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर इतना ज्यादा काम हुआ है कि उसकी चर्चा विदेश तक हो रही है।
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वहीं प्रदेश की योगी सरकार की तुलना दिल्ली सरकार से करते हुए संजय सिंह ने कहा कि सीएम के गृह जनपद के मेडिकल कालेज में भ्रष्टाचार के कारण ऑक्सीजन की सप्लाई ठप होने से बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हो गई। दिल्ली में हमारी सरकार ने एक हजार मोहल्ला क्लीनिक बनाकर जनता के पैसे को जनता के काम के लिए लगाया है। दिल्ली में सरकारी स्कूलों की बिल्डिंगें, फर्नीचर अब प्राइवेट स्कूलों को मात दे रहे हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में अब भी सरकारी प्राइमरी स्कूलों में बच्चे टाट-पट्टी पर बैठ रहे हैं। नगर निकाय चुनाव में जीत मिलने पर दिल्ली माडल हम यूपी के नगर निगमों में लागू करेंगे।
आप के चुनावी घोषणा पत्र की बात पर प्रदेश प्रवक्ता वैभव महेश्वरी ने बताया कि आप सभी बाजारों व व्यस्त चौराहों पर महिला शौंचालय बनवाना, पुराना हाउस टैक्स माफ कर आगे से आधा करना, जनता को पार्किंग माफिया से मुक्ति दिलाकर पार्किंग शुल्क आधा करना, निगर निगमों में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अत्याधुनिक हॉल बनाना प्राथमिकता होगी। साथ ही उन्होंने जल्द ही पूरा घोषणा पत्र जारी करने की बात कही।
साथ ही प्रदेश प्रवक्ता ने पादर्शिता की बात करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी समय और मांग के अनुसार घोषणा पत्र तैयार करती है। जबकि घोषणा पत्र स्थानीय प्रतिनिधियों की राय के अनुसार बनाए जाते हैं। अन्य पार्टियों की तरह आप में घोषणा पत्र बंद कमरे में नहीं तैयार होते। साथ ही प्रदेश सचिव सुधीर भारद्वाज का कहना था कि आप का घोषणा पत्र जाति-धर्म पर आधारित होने की जगह जनता से जुड़े आम मुद्दों को ध्यान में रखकर बनाएं जाते हैं।