आरयू वेब टीम। देश के छह राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की आठ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के भी नतीजे आ गए हैं। इन सभी सीटों पर आज मतों की गिनती हुई। जिसमें राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को भारी झटका देते कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल कर ली है। इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया 15,612 वोटों से विजयी हुए।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, शुक्रवार को हुई मतों की गिनती में सत्तारूढ़ भाजपा के उम्मीदवार मोरपाल सुमन दूसरे स्थान पर रहे। उन्हें कुल 53,959 वोट मिले। भाया को 69,571 और तीसरे स्थान पर रहे निर्दलीय नरेश मीणा को 53,800 वोट मिले। इस जीत के साथ ही राज्य विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है। राज्य की 200 सीट वाली विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के पास इस समय 118 सीटें हैं। इसके अलावा भारत आदिवासी पार्टी के पास चार, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के पास दो और राष्ट्रीय लोकदल के पास एक सीट है। पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार में मंत्री रहे भाया 2023 के विधानसभा चुनाव में अंता सीट पर भाजपा के कंवर लाल मीणा से 5,861 मतों के अंतर से हार गए थे। बाद में भाजपा विधायक मीणा को एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद अयोग्य घोषित कर दिया गया तो इस सीट पर उपचुनाव करवाया गया है।
कांग्रेस का जुबली हिल्स सीट पर कब्जा
तेलंगाना में कांग्रेस उम्मीदवार वी. नवीन यादव ने शुक्रवार को जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीआरएस उम्मीदवार मगंती सुनीता को 24,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया। यादव को 98,988 वोट मिले, जबकि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) उम्मीदवार को 74,259 वोट मिले। बीजेपी उम्मीदवार एल. दीपक रेड्डी की जमानत जब्त हो गई, जिन्हें केवल 17,061 वोट मिले। इस साल जून में बीआरएस विधायक मगंती गोपीनाथ के निधन के कारण यह उपचुनाव कराना पड़ा था।
पंजाब में ‘आप’ के हरमीत संधू की जीत
पंजाब की तरन तारन विधानसभा सीट पर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने अपना कब्जा बरकरार रखा और पार्टी उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी और शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार सुखविंदर कौर रंधावा को 12,091 मतों के अंतर से हराया। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार, सभी 16 दौर की मतगणना पूरी होने के बाद हरमीत सिंह संधू को 42,649 वोट मिले, जबकि रंधावा को 30,558 वोट मिले।
निर्दलीय उम्मीदवार मनदीप सिंह 19,620 मत के साथ तीसरे स्थान पर रहे, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार करणबीर सिंह बुर्ज 15,078 वोट के साथ चौथे स्थान पर रहे। भाजपा के हरजीत सिंह संधू 6,239 मतों के साथ पांचवें स्थान पर रहे। चुनावी मैदान में कुल 15 उम्मीदवार थे। तरन तारन विधानसभा सीट ‘आप’ विधायक कश्मीर सिंह सोहल के जून में निधन के बाद खाली हो गई थी।
पीडीपी ने बडगाम सीट जीती
वहीं जम्मू-कश्मीर की नगरोटा विधानसभा सीट पर बीजेपी ने अपना कब्जा बरकरार रखा और उसकी 30 वर्षीय उम्मीदवार देवयानी राणा ने अपने दिवंगत पिता और पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र सिंह राणा की विरासत को आगे बढ़ाते हुए 24,647 मतों के अंतर से जीत हासिल की। देवयानी राणा ने 42,350 वोट हासिल कर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) के उम्मीदवार हर्ष देव सिंह को हराया जिन्हें 17,703 वोट मिले। नेशनल कॉन्फ्रेंस की शमीम बेगम 10,872 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं। देवयानी राणा पूर्व विधायक देवेंद्र सिंह राणा की बेटी हैं, जिनके निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है। उन्होंने 2024 के विधानसभा चुनाव में यहां से जीत दर्ज की थी। उनका पिछले साल निधन हो गया था।
साथ ही जम्मू-कश्मीर की बडगाम विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सभी 17 राउंड की मतगणना के बाद पीडीपी के आगा सैयद मुंतजिर मेहदी ने 4479 वोटों के अंतर से जीत हासिल की है। मुंतजिर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उम्मीदवार आगा सैयद महमूद को चार हजार से अधिक मतों से हराया है। बीजेपी के आगा सैयद मोहसिन 1,132 मतों के साथ छठे स्थान पर रहे। कुल 17 उम्मीदवार मैदान में हैं। मंगलवार को हुए उपचुनाव में मतदान प्रतिशत 50.02 फीसदी रहा था। बडगाम विधानसभा क्षेत्र में लगभग 1.26 लाख पंजीकृत मतदाता थे। पिछले साल विधानसभा चुनाव में बडगाम और गांदेरबल दोनों सीट से जीत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा बडगाम सीट खाली किए जाने के बाद इस विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव कराना आवश्यक हो गया। अब्दुल्ला ने अपने पारिवारिक गढ़ गांदेरबल को चुना।
जेएमएम की निर्णायक बढ़त
साथ ही झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में घाटशिला विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जेएमएम उम्मीदवार सोमेश चंद्र सोरेन भाजपा के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बाबूलाल सोरेन से 20 हजार से ज्यादा मतों से आगे हैं। जेएमएम उम्मीदवार की जीत अब तय मानी जा रही है। रुझानों में बढ़त के बीच घाटशिला से जेएमएम प्रत्याशी सोमेश सोरेन को मां ने उन्हें मिठाई खिलाकर बधाई दी। झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के उम्मीदवार रामदास मुर्मू 7,811 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर हैं। सोमेश जेएमएम विधायक रामदास सोरेन के पुत्र हैं, जिनके 15 अगस्त को निधन के बाद उपचुनाव कराना आवश्यक हो गया था।
रामदास सोरेन ने 2024 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के बाबूलाल सोरेन को 22,000 से अधिक मतों से हराया था। सोमेश चंद्र सोरेन पहली बार किसी चुनावी मैदान में उतरे हैं। यह उपचुनाव सत्तारूढ़ जेएमएम और बीजेपी दोनों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है। हालांकि, चुनाव परिणाम का हेमंत सोरेन सरकार पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा।
मिजेरम की डंपा सी एमएनएफ ने जीती
मिजोरम की मुख्य विपक्षी पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने शुक्रवार को उपचुनाव में डंपा विधानसभा सीट बरकरार रखी। निर्वाचन आयोग के अनुसार, मिजोरम में मुख्य विपक्षी दल मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने मामित जिले की डंपा विधानसभा सीट बरकरार रखी और उसके उम्मीदवार आर लालथंगलियाना ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सत्तारूढ़ जोरम पीपुल्स मूवमेंट के वनलालसैलोवा को 562 मतों के अंतर से हराया। लालथंगलियाना को 6,981 वोट मिले जो कुल वोट शेयर का 40.23 प्रतिशत है। 6,419 वोटों के साथ, वनलालसैलोवा ने कुल मतदान के 36.61 प्रतिशत वोट हासिल किये। मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के मौजूदा विधायक लालरिंतलुआंगा साइलो के 21 जुलाई को निधन के बाद डंपा सीट खाली हुई थी।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की बडगाम और नगरोटा, राजस्थान की अंता, झारखंड की घाटशिला, तेलंगाना की जुबली हिल्स, पंजाब की तरनतारन, मिजोरम की डम्पा और ओडिशा की नुआपाड़ा सीट पर 11 नवंबर को मतदान हुआ था।
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