आरयू ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश की घोषी विधानसभा से विधायक व बिहार के नवनियुक्त राज्यपाल फागू चौहान ने शुक्रवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को सौंपा। अब फागू चौहान 29 जुलाई को बिहार के राज्यपाल पद की शपथ लेंगे।
बिहार के राज्यपाल बनाए गए फागु चौहान उत्तर प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। खासकर पिछड़ा वर्ग में इनका नाम राज्य के शीर्ष नेताओं में गिना जाता है। फागू चौहान एकमात्र ऐसे शख्स हैं जो यूपी के घोसी विधानसभा क्षेत्र से सर्वाधिक छह बार विधानसभा चुनाव जीता है। वह वर्तमान में भी घोसी विधानसभा सीट से विधायक हैं।
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इसके अलावा फागू चौहान वर्तमान में उत्तर प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के चेयरमैन भी हैं। उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है। वे दो बार बसपा से विधायक रहे। मायावती मंत्रिमंडल वे एक बार मंत्री भी रहे, जबकि भाजपा की सरकार में रामप्रकाश गुप्ता के मंत्रिमंडल में भी वे मंत्री रहे। फागू चौहान राजनीतिज्ञ के साथ-साथ व्यवसायी भी है।
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पिछड़ी जाति से आने वाले फागु चौहान छह बार के विधायक हैं। साल 1985 में पहली बार दलित मजदूर किसान पार्टी से घोसी से विधायक बने। 1991 में वे जनता दल से विधायक बने। 1996 में भाजपा में शामिल हुए और वे विधायक बने। 2002 में भी वे भाजपा के टिकट पर ही विधायक बने। 2007 के चुनाव में फागूचौहान बसपा के टिकट पर चुनाव जीता था। इस दौरान वे मंत्री भी रहे। बाद में वे फिर भाजपा में शामिल हुए। 2017 के चुनाव में वे फिर से भाजपा से विधायक बने।