आगरा में चुनावी शंखनाद कर विरोधियों पर बरसीं मायावती, बताया बसपा को वोट देना क्‍यों है जरूरी

आगरा में चुनावी शंखनाद
जनसभा को संबोधित करतीं मायावती।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ/आगरा। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने आगरा के कोठी मीना बाजार मैदान पर जनसभा को संबोधित करते हुए चुनावी शंखनाद कर दिया है। इस दौरान न सिर्फ मायावती ने बसपा प्रत्‍याशियों के लिए वोट मांगा, बल्कि विरोधियों पर भी जमकर बरसीं।

बसपा सुप्रीमो ने योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा, ”भाजपा की भी नीतियां अधिकांश जातिवादी और पूंजीवादी और आरएसएस के संकीर्ण अजेंडे पर ही केंद्रित रही है। धर्म के नाम पर तनाव, नफरत का वातावरण रहा है। प्रदेश में हर स्तर के अपराध बढ़े हैं, दलित और महिलाएं सुरक्षित नहीं रही हैं। मीडिया में इनके आंकड़े को दबा दिया जाता है। बसपा ने सर्व समाज के लोगों को टिकट भी दिया है। कांग्रेस, सपा, भाजपा को वोट न देकर बीएसपी को वोट देना क्यों जरूरी है, उसे समझना होगा।

बसपा मुखिया ने कहा कि भाजपा सरकार में कभी भी वादा पूरा नहीं हुआ। बीजेपी के राज में ऊंची जाति के लोग भी परेशान हुए हैं। पेट्रोल डीजल से जनता की मुश्किलें बढ़ी हैं। उन्होंने आगे कहा कि चुनाव खत्म होते ही भाजपा सरकार में एक बार फिर से कीमतें बढ़ेंगी, इसलिए अब बीएसपी की सरकार बनाना बहुत जरूरी है।

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साथ ही कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार में जिन लोगों पर गलत मुकदमे लगाए गए हैं उन मामलों की दोबारा जांच कराई जाएगी और और उन्हें खत्म किया जाएगा। हमने कुछ समय पहले ही सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की सोच के साथ प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन किए थे, जिसमें सबका सम्मान रखा गया। उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से मैंने लखनऊ रहकर ही सभी कामकाज देखा था, आज पहली बार चुनावी सभा कर रही हूं।

कांग्रेस की गलत नीतियों की वजह से…

वहीं कांग्रेस पर हमलावर होते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों की वजह से यूपी से अलग हो गई है। कांग्रेस दलित विरोधी पार्टी रही है, कभी भी बाबा साहब को सम्मानित नहीं किया है। कभी राष्ट्रशोक भी घोषित नहीं किया था, जबकि बीएसपी ने इसे लागू करवाया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को वोटों के लिए दलित, पिछड़े वर्ग के लोगों की याद आ रही है।

सपा में रहा लूट-खसोट वाला राज

सपा में तो लूट-खसोट करने वालों का ही राज रहा है। सपा में तो दंगे होते रहे हैं। मुजफ्फरनगर में इसका उदाहरण है। सपा एक विशेष वर्ग को ही फायदा दे रही है। सपा की सरकार की चलते दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया। सपा पावर में आई तो सपा सरकार ने सबसे पहले हमारी पार्टी की सरकार ने दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग के संत-महापुरुषों के नाम पर जिन जिलों का नाम रखा था, उनके नाम बदल दिए। जब संसद में पदोन्नति में आरक्षण को लेकर बिल आया तो सपा ने इसे फाड़ दिया था ताकि दलितों को पदोन्नति में आरक्षण ना मिले।’ तीनों पार्टी की सरकारों के समय लोगों को पलायन करना पड़ा है।

साधु संतों को हमेशा दिया गया सम्मान

बीएसपी की सरकार में हमेशा महापुरुषों और साधु संतों को हमेशा सम्मान दिया गया और आगे भी ये क्रम जारी रहेगा। हमारी सरकार में जिन महापुरुषों और जिलों के नाम बदले गए, जिन्हें सपा ने आगे चलकर बदल दिया गया था, उन्हें दोबारा सम्मान सहित तय किया जाएगा। हमारी सरकार में किसानों का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। मायावती ने कहा कि मैंने इस बार खुद पार्टी के लिए उम्मीदवारों को चयन किया है, ताकि हम सभी सीट पर जीत हासिल कर सकें।

इस बार हम चौंकाने वाले नतीजे लाएंगे सामने

वहीं बसपा मुखिया ने कहा कि आज मैं दलितों की राजधानी आगरा में आई हूं। मुझे नाज है यहां हम अच्छा चुनाव लड़ेंगे। मैं मीडिया से कहना चाहती हूं कि इस बार हम चौंकाने वाले नतीजे सामने लाएंगे। मैं आपने कार्यकर्ताओं से कहना चाहती हूं कि वो मीडिया के बहकावे में न आए। इनके सर्वे हमेशा से गलत साबित हुए हैं, इसलिए आप सोच समझ कर फैसला लीजिए। मेरा बस यही कहना है कि आप लोगों को अपने कल्याण और प्रदेश के विकास के लिए बीएसपी की सरकार बनाना जरूरी है। वोट के दिन आप सभी सबसे मतदान और फिर जलपान, ये चुनाव आपका है आपको सभी बातों पर ध्यान रखना है। मैं बीएसपी के लोगों से अपील करती हूं कि आगरा मंडल से जहां-जहां से प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, उन्हें भारी बहुमतों से जिताएं।

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