आरयू वेब टीम। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि दुनिया को एक ऐसे वायरस के लिए तैयार रहना चाहिए जो कोविड से भी घातक होगा। द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार डब्लूएचओ चीफ ने कहा कि आने वाले वायरस से कम से कम दो करोड़ लोग मारे जाएंगे। हाल ही में ग्लोबल हेल्थ बॉडी ने ये घोषणा की कि कोविड-19 महामारी अब हेल्थ इमरजेंसी नहीं रही है।
डब्लूएचओ चीफ ने जिनेवा में अपनी सालाना हेल्थ कॉन्फ्रेंस में बताया कि ये समय आने वाली महामारी को रोकने के लिए है। इसके लिए बातचीत को आगे बढ़ाने का समय है। स्विट्जरलैंड के जिनेवा में वर्ल्ड हेल्थ क्रॉन्फ्रेंस की एक बैठक में डब्लूएचओ प्रमुख ने चेतावनी दी कि कोविड-19 महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि कोविड के बाद एक और तरह की बीमारी के आने का खतरा हो सकता है, जो मौत का कारण बन सकती है।
ये कोविड से भी घातक हो सकती है और अधिक जानलेवा साबित होगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि दुनिया को इसके लिए तैयार होना चाहिए और किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। डब्लूएचओ ने नौ प्राइमरी बीमारियों की पहचान की है, जो पब्लिक हेल्थ के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। डेली मेल ने बताया कि उपचार की कमी या महामारी पैदा करने की उनकी क्षमता के कारण उन्हें सबसे अधिक जोखिम भरा माना गया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी आने के वक्त दुनिया तैयार नहीं थी, जो एक सदी में सबसे गंभीर स्वास्थ्य संकट बनकर उभरा था।
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डब्लूएचओ चीफ ने सभा में कहा कि पिछले तीन सालों में कोविड-19 ने हमारी दुनिया को बदल कर रख दिया था। इसमें लगभग 70 लाख लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन हम जानते हैं कि आंकड़े इससे ज्यादा हो सकते है, जो करीब दो करोड़ के आस-पास होगी। उन्होंने कहा कि अगर हम परिवर्तन नहीं करेंगे जो किए जाने चाहिए तो कौन करेगा? और, अगर अभी नहीं बनाए तो कब। आने वाली महामारी दस्तक दे रही है और वो आएगी भी। हमें निर्णायक, सामूहिक और समान रूप से जवाब देने के लिए तैयार रहना चाहिए।