आरयू वेब टीम। साल 2020 और साल 2021 में कोरोना संक्रमण ने पूरी दुनिया में जमकर कहर बरपाया। अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2022 में इस संक्रमण के तीन संभावित स्वरूपों के बारे में आगाह किया है, जो नए और अधिक विषाणु वाले हो सकते हैं। हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि आने वाले समय में कोविड के खिलाफ बढ़ती इम्युनिटी की वजह से बीमारी का खतरा समय के साथ कम हो जाएगा।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडनॉम ने अपनी कोविड-19 रणनीतिक तैयारी, तत्परता और प्रतिक्रिया योजना जारी की। उन्होंने यह उम्मीद जताई कि अब कोविड का अंत होगा। यह रिपोर्ट महामारी का तीसरा वर्ष कैसे समाप्त होगा, इससे जुड़े तीन संभावित परिदृश्यों को बताती है। उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा, “अभी तक की जानकारी के अनुसार, सबसे संभावित परिदृश्य यह है कि वायरस में बदलाव जारी है, लेकिन समय के साथ रोग की गंभीरता कम हो जाती है क्योंकि टीकाकरण और संक्रमण की वजह से इम्युनिटी बढ़ जाती है।”
साथ ही कहा कि कोविड मामलों और मौतों में समय-समय पर बढ़ोतरी इम्युनिटी में कमी की वजह से संभव हैं, जिसके लिए कमजोर लोगों के लिए कभी-कभी बूस्टर टीकाकरण की आवश्यकता हो सकती है। सबसे अच्छी स्थिति यह है कि अगर कोरोना का कम गंभीर रूप सामने आया तो टीकों के बूस्टर या नए फॉर्मूलेशन आवश्यक नहीं होंगे।
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वहीं वैश्विक स्तर पर पिछले सप्ताह कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों में गिरावट देखी गई, जबकि संक्रमण से मौत के मामलों में 40 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। डब्ल्यूएचओ ने यह जानकारी दी। महामारी को लेकर अपनी वीकली रिपोर्ट में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि पिछले सप्ताह दुनियाभर में कोविड-19 के करीब एक करोड़ नये मामले सामने आए और 45,000 मरीजों ने दम तोड़ दिया, हालांकि इससे पिछले सप्ताह मौत के मामलों में 23 फीसदी की कमी दर्ज की गई थी।