आरयू ब्यूरो
लखनऊ। पुलिस दावे चाहे जो करे लेकिन आज एक बार फिर साबित हो गया कि राजधानी में महिलाएं बिल्कुल महफूज नहीं है। काकोरी इलाके के सरायं प्रेमराज स्थित बाग में बदमाशों ने 45 वर्षीय महिला की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश लाश को बाग में छोड़कर भाग निकले।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। काकोरी इंस्पेक्टर के अनुसार परिजनों ने किसी से रंजिश की बात से अनभिज्ञता जाहिर की है, घटना की छानबीन की जा रही है।
कॉलेज से नहीं लौटी तो ढ़ूढने निकले परिजन
बताया जा रहा है कि सरायं प्रेमराज गांव की मालती देवी एमसी सक्सेना इंजीनियरिंग कॉलेज में साफ-सफाई करती थी। रोज की तरह कल सुबह सात बजे वह पैदल ही कॉलेज जाने के लिए निकली थी। रात तक वापस नहीं लौटी तो देवर गुड्डू अपने एक जानने वाले के साथ ही उसे ढूंढने निकला था। गांव से करीब एक किलोमीटर दूर बाग में मालती की लाश पड़ी मिली।
मौके से मिला रक्तरंजित चाकू
लाश के आसपास ही काफी सारा खून था। महिला के गले पर चाकू से वार का घाव था। शरीर पर अन्य जगाहों पर भी चोटें थी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को लाश के पास घटना में इस्तेमाल रक्तरंजित चाकू भी मिला है।
शक के घेरे में करीबी
समझा जा रहा है कि घटना को दो से तीन बदमशों ने मिलकर अंजाम दिया होगा। पुलिस घर से कॉलेज के बीच हत्यारों का पता लगा रही है। इसके अलावा मालती का मोबाइल भी गायब है। घटना के पीछे महिला के किसी जानने वाले का ही हाथ माना जा रहा है।
पति की मौत के बाद से पाल रही थी पांच बच्चों का पेट
भांजे बृजेश रावत ने बताया कि मालती के पति चुन्नीलाल की 2009 में हार्टअटैक से मौत हो गई थी। जिसके बाद से मालती कॉलेज में नौकरी कर तीन बेटी नीलम, शीलम, पप्पी व दो बेटे अमित और अनुज का पेट पाल रही थी। नीलम की शादी हो चुकी है। जबकि बाकी के बेटे बेटी भी घर पर ही रहते थे। मां की मौत के बाद बेटे-बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल है।