करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों का दिल टूटा, वर्ल्‍ड कप के सेमीफाइनल में न्‍यूजीलैंड से हारकर बाहर हुई टीम इंडिया

सेमीफाइल मैच

आरयू स्पोर्ट्स डेस्‍क। आइसीसी वर्ल्‍ड कप 2019 में न्‍यूजीलैंड से आज पूरे हुए सेमीफाइल मैच के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशंसकों को बेहद करारा झटका लगा है। अंकतालिका में पहले नंबर पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंची इंडियन क्रिकेट टीम बुधवार को खराब बल्‍लेबाजी के चलते न्‍यूजीलैंड से मिली हार के बाद टुर्नामेंट से बाहर हो गयी है।

बारिश से प्रभावित पहले सेमीफाइल मैच में अज न्‍यूजीलैंड से भारतीय क्रिेकेट टीम को 18 रनों से हार का सामना करना पड़ा है। आज जहां टीम इंडिया के अधिकतर दिग्‍गज बल्‍लेबाजों ने क्रिकेट प्रेमियों को निराश किया। वहीं हरफनमौला रवींद्र जडेजा की तूफानी बल्‍लेबाजी (77 रन, 59 गेंद, चार चौके और चार छक्‍के) ने काफी लोगों का दिल भी जीत लिया।

लक्ष्‍य का पीछा करने उतरी टीम की बेहद खराब थी शुरूआत

न्‍यूजीलैंड के 239 रन के स्‍कोर का पीछा करते हुए टीम इंडिया एक समय 92 रन पर छह विकेट गंवा चुकी थी और लग रहा था कि टीम इंडिया बिना संघर्ष किए ही हार जाएगी। ऐसे मौके पर रवींद्र जडेजा ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ कीवी टीम पर हल्‍ला बोल दिया।

दोनों बल्‍लेबाजों ने सातवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की और एक समय तो ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया मैच में जीत हासिल कर लेगी। धोनी बड़े हाथ दिखाने में एक बार फिर सफल नहीं हो सकें, दूसरी छोर पर खड़े जडेजा ने छक्‍के-चौकों की सहायता से लगातार कीवी गेंदबाजों की हालत खराब कर दी। हालांकि इसके बाद भी जडेजा और धोनी करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों का दिल टूटने से नहीं बचा सके और न्‍यूजीलैंड के बॉलरों के सामने इस महत्‍वपूर्ण मैच में आउट होकर पवेलियन लौट गए, इसके साथ ही टीम इंडिया 49 ओवर तीन गेंदों में 221 रन ही बना सकी।

मैच में न्‍यूजीलैंड टीम के कप्‍तान केन विलियमसन ने टॉस जीतकर पहले बल्‍लेबाजी करने का फैसला किया था। भारत को शुरुआत में ही तीन झटके देने वाले मैट हैनरी मैन ऑफ द मैच रहे। आज की जीत के साथ ही न्‍यूजीलैंड की टीम ने लगातार दूसरी बार वर्ल्‍ड कप के फाइनल में स्‍थान बनाया है। वर्ल्‍ड कप 2015 में भी कीवी टीम फाइनल में पहुंची थी, जहां उसे ऑस्‍ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। दूसरी ओर, भारतीय टीम की वर्ल्‍ड कप के सेमीफाइनल में टीम इंडिया की यह लगातार दूसरी हार रही। वर्ल्‍ड कप 2015 के सेमीफाइनल में भारतीय टीम को ऑस्‍ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था।

न्‍यूजीलैंड के 239 रन के स्‍कोर के जवाब में भारतीय टीम की बेहद निराशाजनक शुरुआत हुई और शुरुआती चार ओवर में ही रोहित शर्मा, कप्‍तान विराट कोहली और केएल राहुल जैसे दिग्‍गज आउट होकर पवेलियन में जा बैठे। शर्मनाक बात ये भी रही कि ये तीनों बल्‍लेबाज मात्र एक-एक ही रन बनाकर पवेलियन में लौट गए।

दूसरे ही ओवर में बड़ा झटका ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा (1) के आउट होने से लगा। उन्‍हें तेज गेंदबाज मैट हैनरी ने विकेटकीपर टॉम लैथम से कैच कराया। दूसरे ही ओवर में विराट कोहली को क्रीज पर आना पड़ा। तीसरे ओवर में विराट को जब मैट हैनरी ने पगबाधा आउट किया तो भारतीय फैंस में सन्‍नाटा छा गया।

विराट ने इस फैसले के खिलाफ रिव्‍यू भी लिया, लेकिन फैसला भारत के हक में नहीं करा सके। रही सही कसर चौथे ओवर में केएल राहुल के आउट होने से पूरी हो गई। 15 अंकों के साथ टॉप पर रहते हुए अंतिम चार में पहुंची भारतीय टीम पांच रन के स्‍कोर पर ही तीन विकेट गंवा चुकी थी। क्रीज पर अब ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक थे। भारतीय पारी का पहला चौका छठे ओवर में पंत ने हैनरी की गेंद पर लगाया।

20 गेंद तक खाता नहीं खोल सके दिनेश कार्तिक ने अपना पहला स्‍कोरिंग शॉट बोल्‍ट की गेंद पर चौके के रूप में लगाया। न्‍यूजीलैंड को चौथे विकेट के लिए भी ज्‍यादा देर इंतजार नहीं करना पड़ा। मैट हैनरी की गेंद पर कार्तिक (06) को नीशाम ने कैच किया।

नीशाम ने जबर्दस्‍त डाइव लगाते हुए इस कैच को संभव बना। पहले दस ओवर (पहला पावरप्‍ले) में ही भारतीय टीम चार विकेट गंवा चुकी थी और स्‍कोर में थे महज 24 रन। कार्तिक के स्‍थान पर हरफनमौला हार्दिक पंड्या क्रीज पर आए।

13वें ओवर में पंत को जीवनदान मिला, जब दिनेश कार्तिक का बेहतरीन कैच लेने वाले नीशाम ने फर्ग्‍यूसन की गेंद पर आसान कैच टपका दिया। पंत और पंड्या ने टीम इंडिया के 16 ओवर पांच गेंद में 50 रन तक पहुंचा दिया। भारत के लिहाज से अच्‍छी बात यही है कि विकेट पर पर्याप्‍त समय गुजारने के बाद पंत और पंड्या सेट हो चुके थे.ऐसे समय जब टीम इंडिया की हालत संभलती नजर आ रही थी, ऋषभ पंत (32 रन, 56 गेंद, चार चौके) ने हवा में शॉट खेलने की कोशिश करते हुए विकेट गंवा दिया। लेग स्पिनर मिचेल सैंटनर ने उन्‍हें कॉलिन डि ग्रैंडहोम से कैच करा दिया। अब पंड्या का साथ देने धोनी क्रीज पर थे। 25 ओवर में टीम इंडिया का स्‍कोर पांच विकेट खोकर 77 रन था।

टीम इंडिया के लिए समस्‍या यह थी कि स्‍कोर बेहद धीमी गति से बढ़ रहा था। 33वें ओवर में नीशाम की गेंद पर रवींद्र जडेजा ने पारी का पहला छक्‍का लगाया और इसके साथ ही 32.3 ओवर में टीम इंडिया सौ रन के पार पहुंची।

39वें ओवर में जडेजा ने सैंटनर को क्रीज से बाहर निकलकर छक्‍का जमाया। यह उनका दूसरा छक्‍का रहा। ओवर में दस रन बने। जडेजा की आक्रामक अंदाज में बैटिंग से भारतीय फैंस में कुछ जोश आया। हालांकि तब तक भारत को नौ रन प्रति ओवर की दरकार हो चुकी थी।

वहीं 40 ओवर के बाद टीम इंडिया का स्‍कोर छह विकेट खोकर 150 रन था। अंतिम के दस ओवरों में टीम को कुल 90 रनों की जरूरत थी। धोनी और जडेजा की पार्टनरशिप 50 रन को पार कर चुकी थी। 41वें ओवर में एक बार फिर जडेजा के रडार पर सैंटनर आए और उन्‍होंने ओवर की पांचवीं गेंद छक्‍के के लिए बाउंड्री के बाहर पहुंचा दी। उनका हर शॉट भारतीय फैंस की उम्‍मीदों को बढ़ाने का काम कर रहा था।

मैच के 42वें ओवर में जडेजा ने नीशाम को चौका जड़ा और इसके बाद दो रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया। जडेजा का अर्धशतक 39 गेंदों पर तीन चौके और इतने ही छक्‍कों की मदद से पूरा हुआ। किस्‍मत भी इस दौरान भारतीय बल्‍लेबाजों पर मेहरबान लग रही थी। जडेजा के कुछ शॉट हवा में गए लेकिन फील्‍डर्स की पहुंच से दूर गिरे.आखिरी छह ओवर में भारत को 62 रन की जरूरत थी। जडेजा तो मानो छक्‍कों से ही जवाब देने का आमादा थे। उन्‍होंने फर्ग्‍यूसन को छक्‍का लगाया।

जरूरत अब आखिरी पांच ओवर में 52 रन की थी। 48वें ओवर में बोल्‍ट ने रवींद्र जडेजा ( 77 रन, 59 गेंद, चार चौके और चार छक्‍के) को कप्‍तान विलियमसन से कैच कराकर भारत की उम्‍मीदों को करारा झटका दे दिया। इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ( 50 रन, 72 गेंद, एक चौका और एक छक्‍का) के रन आउट होने के साथ ही भारत की हार तय हो गई। भारत के आखिरी दो विकेट भुवनेश्‍वर कुमार और युजवेंद्र चहल के रूप में गिरे। पूरी टीम 49.3 ओवर में आउट हो गई।

विकेट पतन: 4-1 (रोहित, 1.3), 5-2 (कोहली, 2.4), 5-3 (राहुल, 3.1), 24-4 (कार्तिक, 9.6), 71-5 (पंत, 22.5), 6-92 (पंड्या, 30.3 ओवर), 7-208 (जडेजा, 47.5 ओवर), 8-216 (धोनी, 48.3 ओवर), 9-217 (भुवी, 48.6 ओवर), 10-221 (चहल, 49.3 ओवर)।

टॉस जीतने वाली न्‍यूजीलैंड टीम की पारी मंगलवार को मार्टिन गप्टिल और हैनरी निकोल्‍स ने शुरू की। पारी की पहली ही गेंद पर गप्टिल के खिलाफ एलबीडब्‍लू की अपील हुई, गेंदबाज थे भुवनेश्‍वर कुमार। टीम इंडिया ने रिव्‍यू भी लिया लेकिन फैसला बल्‍लेबाज के पक्ष में रहा. पहली ही गेंद पर टीम इंडिया ने रिव्‍यू गंवा दिया। भुवी का पहला और जसप्रीत बुमराह का दूसरा ओवर मेडन रहा। पारी के 17वीं गेंद पर न्‍यूजीलैंड का पहला रन बना। चौथे ओवर में बुमराह ने भारत को पहली सफलता दिलाते हुए गप्टिल (1) को दूसरी स्लिप में विराट कोहली से कैच करा दिया। पांच ओवर के बाद स्‍कोर एक विकेट खोकर सात रन था।

टीम इंडिया की बॉलिंग और एक विकेट गिरने के कारण न्‍यूजीलैंड को शुरुआती ओवरों में स्‍कोर तेजी से आगे बढ़ाना मुश्किल हो रहा था। हालत यह रही कि कीवी पारी का पहला चौका आठवें ओवर की आखिरी गेंद पर हैनरी निकोल्‍स के बल्‍ले से लगा। पहले पावरप्‍ले (दस ओवर) में न्‍यूजीलैंड का स्‍कोर 27 रन तक ही पहुंच पाया था।

दस ओवर के बाद न्‍यूजीलैंड के रनगति में कुछ इजाफा हुआ। 11वें ओवर में निकोल्‍स ने रवींद्र जडेजा और 12वें ओवर में विलियमसन ने पंड्या को चौका लगाया। कीवी टीम के 50 रन 14 ओवर में पूरे हुए। 16वें ओवर में बॉलिंग के दौरान हार्दिक पंड्या ग्रोइन इंजुरी से परेशान दिखे, ऐसे में उन्‍हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। 17 ओवर में चहल आक्रमण पर लाए गए। उनकी पहली ही गेंद पर धोनी ने निकोल्‍स की स्‍टंपिंग मिस की, इस गेंद पर वाइड और बाय के रूप में पांच रन गए सो अलग।

ऐसे समय जब निकोल्‍स-विलियमसन की साझेदारी भारत के लिए अड़चन बन रही थी, रवींद्र जडेजा ने टीम को दूसरी कामयाबी दिलाई। उन्‍होंने निकोल्‍स (28) को बोल्‍ड कर दिया। क्रीज पर अब विलियमसन का साथ देने रॉस टेलर मैदान पर थे। 25 ओवर के बाद भी न्‍यूजीलैंड का रन रेट 4 रन प्रति ओवर के नीचे ही चल रहा था। 25 ओवर के बाद स्‍कोर दो विकेट खोकर 83 रन था।

28वें ओवर में चहल को विलियमसन और टेलर ने एक-एक चौका लगाया, इस ओवर में 10 रन बने। न्‍यूजीलैंड के 100 रन 28.1 ओवर में पूरे हुए। इसके कुछ ही देर बाद विलियमसन ने अपना 39वां अर्धशतक 79 गेंदों पर चार चौकों की मदद से पूरा किया। विलियमसन और टेलर के बीच अर्धशतकीय साझेदारी हो गई थी और रनऔसत भी धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा था। 36वें ओवर में चहल भारत के लिए बड़ी कामयाबी लेकर आए जब उन्‍होंने केन विलियमसन (67, 95 गेंद, छह चौके) को बैकवर्ड प्‍वाइंट पर रवींद्र जडेजा के हाथों कैच करा दिया.विलियमसन ने तीसरे विकेट के लिए टेलर के साथ 65 रन जोड़े। पिछले मैच की तरह जडेजा ने ओल्‍डट्रेफर्ड में भी बेहतरीन स्‍पैल फेंका और अपने दस ओवर में 34 रन देकर एक विकेट लिया। ओवर तेजी से निकल रहे थे, ऐसे में न्‍यूजीलैंड के लिए अब जरूरत स्‍कोर को तेजी से आगे बढ़ाने की थी।

न्‍यूजीलैंड के 150 रन 39 ओवर में पूरे हुए। 40 ओवर के बाद न्‍यूजीलैंड का स्‍कोर 155 रन तक ही पहुंच सका था। 41वें ओवर में भारत को चौथी सफलता हार्दिक पंड्या ने जेम्‍स नीशाम (12) को दिनेश कार्तिक से कैच कराकर दिलाई। 44वें ओवर में रॉस टेलर ने पारी का पहला छक्‍का चहल की गेंद पर लगाया और अपना अर्धशतक पूरा किया।

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इस दौरान उन्‍होंने 73 गेंदों का सामना करते हुए दो चौके और एक छक्‍का जड़ा। चहल के इस ओवर में दो चौके भी लगे। इसमें 18 रन बने। 45वें ओवर में भुवी की गेंद पर अम्‍पायर ने टेलर को एलबीडब्‍लू दे दिया था, लेकिन कीवी बल्‍लेबाजी ने रिव्‍यू लिया और इसमें फैसला उनके पक्ष में हुआ।

न्‍यूजीलैंड के 200 रन 44.3 ओवर में पूरे हुए। हालांकि भुवनेश्‍वर इस ओवर में ग्रैंडहोम (16)को विकेटकीपर धोनी से कैच कराने में सफल हो गए। न्‍यूजीलैंड का स्‍कोर जब 46.1 ओवर में 211 रन था तभी बारिश के कारण खेल रोकना पड़ा। बुधवार को आज जब खेल दोबारा शुरू हुआ तो न्‍यूजीलैंड टीम ने 23 गेंदों के अंतराल में ही रॉस टेलर, टॉम लैथम और मैट हैनरी के विकेट गंवा दिए। इसमें से टेलर रन आउट हुए जबकि लैथम और हैनरी के विकेट भुवनेश्‍वर कुमार के खाते में गए। 50 ओवर में न्‍यूजीलैंड का स्‍कोर 8 विकेट खोकर 239 रन रहा। मिचेल सैंटनर और ट्रेंट बोल्‍ट नाबाद रहे। भारत के लिए भुवनेश्‍वर कुमार ने सर्वाधिक तीन विकेट लिए।

दोनों टीमें इस प्रकार थीं-

न्यूजीलैंड: मार्टिन गप्टिल, हेनरी निकोल्‍स, केन विलियमसन (कप्‍तान), रॉस टेलर, टॉम लाथम, जिमी नीशम, कॉलिन डि ग्रैंडहोम, मिचेल सैंटनर, मैट हेनरी, लॉकी फर्ग्यूसन और ट्रेंट बोल्ट।

भारत: रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली (कप्‍तान), ऋषभ पंत, एमएस धोनी, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्‍वर कुमार, युज़वेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह।