आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दलित एजेंडे पर काम करते हुए यूपी के पूर्व डीजीपी बृजलाल को अनुसूचित जाति जनजाति आयोग का अध्यक्ष बनाया है। वहीं अंबेडकर महासभा के अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल को अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है।
जानकारों की माने तो मुख्यमंत्री का यह कदम न सिर्फ रूठे हुए दलितों को मनाने में, बल्कि बीजेपी की दलित विरोधी छवि को भी सुधारने में मदद कर सकता है। बता दें कि ईमानदार और साफ छवि वाले बृजलाल मायावती सरकार में यूपी के डीजीपी रह चुके हैं। दलितों और अनुसूचित जन जाति के उत्थान के लिए वे हमेशा संघर्षशील रहे हैं।
इतना ही नहीं बाराबंकी में एसपी के पद पर रहते हुए बृजलाल, अफीम माफिया और तस्करों पर अंकुश लगाने के लिए चाफी चर्चित हुए थे। लखनऊ में भी एसएसपी के पद पर रहते हुए उन्होंने क्राइम कंट्रोल करने के लिए भी याद किया जाता रहा है। बृजलाल ने 2016 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी।
यह भी पढ़ें- योगी सरकार का बड़ा फेरबदल, 28 IAS अधिकारियों का तबादला, जानें किसे कहां मिली तैनाती
वहीं उल्लेखनीय है कि अंबेडकर महासभा के अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल सचिवालय में कर्मचारी नेता रह चुके हैं और उन्होंने 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती के अवसर पर योगी को दलित मित्र के सम्मान से नवाजा था।
यह भी पढ़ें- योगी सरकार के मंत्री ने किसानों की आमदनी बढ़ाने का खीचा खाका, बताया पूरा प्लॉन