आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कांग्रेस के बाद अब योगी सरकार के चौथे बजट को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी धोखा बताया है। आज सपा मुख्यालय पर प्रेसवार्ता करते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने चौथे बजट में भी जनता को धोखा ही दिया।
अखिलेश ने कहा कि ये सरकार का चौथा बजट है, एक तरह से ये आखिरी बजट होता है, क्योंकि पांचवां बजट चुनावी मान लिया जाता है। इस बजट से साबित हो गया है कि योगी सरकार के पास न तो कोई विजन है, न कोई रोडमैप सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। हमला जारी रखते हुए यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि अकेले शिक्षा विभाग में दो लाख से ज्यादा पद खाली हैं, लेकिन उन्हें भरा नहीं जा सका।
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वहीं अखिलेश ने कई सवाल उठाते हुए कहा कि चौथा बजट पेश कर भी सरकार यह नहीं बता पा रही है कि गंगा कितनी साफ हुई? नाले आज भी गंगा में गिर रहे हैं। ऐसे में गंगा कैसे साफ हो सकती है? उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का दावा करती है, हकीकत यह है कि किसान की आय एक प्रतिशत भी नहीं बढ़ी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार ने 22 करोड़ पौधे लगवाए थे। आज वह बता नहीं पा रही है कि ये पेड़ कहां फल दे रहे हैं? स्मार्ट सिटी बनाने का दावा लगातार किया जा रहा है लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि किसको स्मार्ट सिटी बना दिया? पुलिस में सुधार के लिए भी बड़े दावे किए गए लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि कितने नए पुलिस थाने, कितनी पुलिस लाइंस बनाई और पुलिस के लिए कितनी नई गाड़ियां खरींदीं? उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, मेट्रो व निवेश के लिए एमओयू के बारे में सरकार के दावों को भी खारिज किया।
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एक सवाल पर उन्होंने घोषणा की कि सपा की सरकार बनी तो मेट्रो का पॉलीटेक्निक चौराहे से बाराबंकी तक विस्तार किया जाएगा। वहीं अपनी सरकार के काम गिनाते हुए अखिलेश ने कहा कि सपा के शासनकाल में एक्सप्रेस-वे निर्माण, तेज विकास, मेट्रो और लैपटॉप से यूपी के बारे में अच्छी धारणा बनी थी, आज गोली व बोली यूपी की पहचान बनने लगी है। किसी भी सरकार में प्राथमिकता के काम पहले होते हैं। इस कारण ने गंगा सफाई को अपनी प्राथमिकता बताई थी।