आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर बुधवार को एक बार फिर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है। आज अपने एक बयान में अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश में महिलाएं एवं बच्चियां सर्वाधिक असुरक्षित हैं। उन्हें हर दिन अपमानित किया जा रहा है।
वहीं सपा अध्यक्ष ने प्रदर्शनकारियेां पर की जा रही कार्रवाईयों का जिक्र करते हुए कहा कि सीएए के विरोध में धरना दे रही महिलाओं के प्रति उत्पीड़न की कार्रवाई हो रही हैं। अखिलेश ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में राज्यपाल के महिला होते हुए भी महिलाओं के प्रति भाजपा सरकार द्वारा बर्बरता पूर्ण व्यवहार होना पूरी तरह अलोकतांत्रिक एवं दुर्भाग्यपूर्ण कृत्य है। महामहिम राज्यपाल महोदया को महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म, हत्या और लूट की घटनाओं का संज्ञान लेकर संवैधानिक दायित्व का निर्वहन करना चाहिए, क्योंकि भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश में कुछ भी ठीक नहीं है।
सीएए, एनआरसी व एनपीआर के विरूद्ध जनता में व्यापक आक्रोश
हमला जारी रखते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि सीएए, एनआरसी व एनपीआर के विरूद्ध जनता में व्यापक आक्रोश है। भाजपा जिस तरह समाज को बांटने की साजिशों में लगी है उसका पूरे देश में विरोध हो रहा है। उत्तर प्रदेश में लखनऊ, इटावा, प्रयागराज, मुरादाबाद, कानपुर और अन्य कई शहरों में महिलाएं बड़ी तादाद में धरना प्रदर्शन में भाग ले रही हैं। उनके विरूद्ध शासन-प्रशासन द्वारा लगातार उत्पीड़न की कार्यवाहियां की जा रही है। लखनऊ में ठंड से कांपती महिलाओं से कंबल छीन लिए जाते हैं, जबकि आजमगढ़, इटावा, कानपुर में महिलाओं पर लाठियां बरसाई जाती हैं। बड़ी तादाद में महिलाओं की गिरफ्तारियां हो रही है। धरने में शामिल महिलाओं के घरों में नोटिस जारी कर भयभीत किया जा रहा है। निर्दोषों को फर्जी केस में फंसा कर जेल भेजा जा रहा।