विजयसाई ने दिया राज्यसभा से इस्तीफा, बताई वजह

विजयसाई रेड्डी
उपराष्‍ट्रपति को इस्‍तीफा सौंपते विजयसाई रेड्डी।

आरयू वेब टीम। वाईएसआरसीपी के नेता विजयसाई रेड्डी ने शनिवार को निजी कारणों का हवाला देते हुए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफ दे दिया। उन्होंने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा। जिसे उपराष्ट्रपति ने स्वीकार भी कर लिया है।

वहीं इस्तीफा देने के बाद विजयसाई रेड्डी ने मीडिया को बताया कि राज्यसभा में उनके छह साल के कार्यकाल में अभी साढ़े तीन साल बाकी हैं, इसके बाद भी उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से अपना इस्तीफा दे दिया है। धनखड़ से मिलने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है और उन्होंने उसे स्वीकार कर लिया है।’’

साथ ही विजयसाई रेड्डी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘मेरा इस्तीफा किसी पद, लाभ या मौद्रिक लाभ प्राप्त करने के लिए नहीं है। यह फैसला पूरी तरह से निजी है। मुझ पर कोई दबाव, जबरदस्ती या अनुचित प्रभाव नहीं है। मैं हमेशा वाईएस परिवार का ऋणी रहूंगा, जिसने चार दशकों और तीन पीढ़ियों तक मेरा साथ दिया है।’

मैं वाईएस जगन गारू का हमेशा आभारी रहूंगा, जिन्होंने मुझे दो बार राज्यसभा सदस्य के रूप में सेवा करने का अवसर दिया और विशेष रूप से भारतम्मा गारू का, जिन्होंने मुझे राजनीतिक क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद की। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि जगन गारू को अच्छे स्वास्थ्य, अपार सफलता, चिरस्थायी खुशी और उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद दें।

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इससे पहले, वाईएसआरसीपी के नेता मड्डिला गुरुमूर्ति ने अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की थी तथा वाई एस जगनमोहन रेड्डी को फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पहुंचाने के लिए पार्टी में एकता के महत्व पर बल दिया था।

वहीं विजयसाई रेड्डी ने शुक्रवार शाम को कई लोगों को उस वक्त चौंका दिया जब उन्होंने संसद से इस्तीफा देने और राजनीति से हटकर कृषि पर ध्यान केंद्रित करने की अपनी मंशा की घोषणा की।

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